पहाड़ों पर घूमने के लिए बेस्ट हैं ये 5 नेशनल पार्क्स

अनुषा मिश्रा 06-10-2022 07:21 PM Adventure
कहते हैं कि भारत में जितने तरह के पशु, पक्षी, पेड़, पौधे, हर्ब्स पाए जाते हैं, पूरी दुनिया में और कहीं नहीं। यहां आपको कुदरत की सारी नेमतें मिलती हैं। उन्हीं में से एक है हिमालय। दुनिया की सबसे बड़ी पर्वत श्रृंखलाओं में से एक। हिमालय के पहाड़ जैव विविधता का खजाना हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऊंचे-ऊंचे पहाड़ों पर कई दुर्लभ और लुप्तप्रायः जानवर और पौधे पाए जाते हैं। इसीलिए यहां कई नेशनल पार्क्स भी हैं। तो आज हम आपको ऐसे 5 नेशनल पार्क्स के बारे में बता रहे हैं, जो पहाड़ों पर हैं। 

हेमिस नेशनल पार्क, लद्दाख

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हेमिस नेशनल पार्क को भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय उद्यान होने का दर्जा मिला है। यह लगभग 4,400 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला हुआ है। यह लुप्तप्राय हिम तेंदुए, तिब्बती भेड़, नीली भेड़, लद्दाखी यूरियाल, तिब्बती भेड़िया, यूरेशियन भूरा भालू, लाल लोमड़ी, मर्मोज़ गोल्डन ईगल, लैमर्जियर गिद्ध, हिमालयी ग्रिफॉन गिद्ध जैसे पक्षियों और जानवरों का घर है। इनमें हिम तेंदुआ पार्क का स्टार कहलाता है। इन शर्मीले तेंदुओं को चट्टानी और बर्फीले इलाके में ढूंढना बहुत मुश्किल है। सर्दियों में यहां आए हैं तो स्नो लेपर्ड ट्रेक करें। पार्क को  एक्सप्लोर करने का यह शानदार तरीका है।

कब जाएं

हेमिस नेशनल पार्क में घूमने के लिए मई से अक्टूबर के बीच का समय बेस्ट है। अगर आप गर्मियों के दौरान यहां आते हैं तो हेमिस मठ का प्रसिद्ध उत्सव देख सकते हैं। अक्टूबर के बाद इस जगह की यात्रा करना उचित नहीं है क्योंकि बर्फ के कारण सड़कें बंद हो जाती हैं। तो, आप न तो जीप सफारी के लिए जा सकते हैं, न ही ट्रेकिंग के लिए।


कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान, सिक्किम 

सिक्किम में कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान भारत के सबसे सुंदर राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यह पार्क कई महत्वपूर्ण औषधीय पौधों का घर है, जिनमें से कुछ दुर्लभ और लुप्तप्राय हैं। जैसा कि नाम से पता चलता है यह नेशनल पार्क माउंट कंचनजंगा से घिरा हुआ है। पक्षियों के लिए तो यह जगह स्वर्ग की तरह है। ब्लड फिजेंट, सैटियर ट्रैगोपन, ऑस्प्रे, हिमालयन ग्रिफॉन, लैमर्जियर, ट्रैगोपन फिजेंट, ग्रीन पिजन, तिब्बती स्नोकॉक, स्नो पिजन, हिमालयन मोनाल, एशियन एमराल्ड कोयल जैसे कई पक्षी यहां पाए जाते हैं। पार्क में कस्तूरी मृग, हिम तेंदुआ, हिमालयी काला भालू, लाल पांडा, तिब्बती जंगली गधा, ताकिन आदि भी पाए जाते हैं।

कब जाएं

कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान जाने के लिए बेस्ट समय मार्च से मई और सितंबर से दिसंबर के बीच है। इस समय यहां का मौसम इस पार्क में घुमने के लिए एकदम उपयुक्त रहता है।


दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान, कश्मीर 

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क्या आप जानते हैं कि दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान बनाते समय 10 गांवों को यहां से स्थानांतरित किया गया था? यह पार्क श्रीनगर से लगभग 22 किमी दूर है। पार्क को 1910 में ही संरक्षित क्षेत्र घोषित किया गया था और इसे 1981 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया। दाचीगाम, हंगुल, कश्मीरी बारहसिंगा को देखने के लिए एक शानदार जगह है। यह भारत में बारहसिंगा की दुर्लभ प्रजातियों में से एक है। दाचीगाम राष्ट्रीय उद्यान सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है।


कब जाएं

दाचीगाम नेशनल पार्क वैसे तो साल भर खुला रहता है, लेकिन घूमने का सबसे अच्छा समय अप्रैल से अगस्त के बीच है। इस समय यहां सबसे ज़्यादा जानवर देखने को मिल सकते हैं।


पिन वैली नेशनल पार्क, हिमाचल प्रदेश

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पिन वैली नेशनल पार्क हिमाचल प्रदेश में स्पीति घाटी में है। यह कोल्ड डेजर्ट बायोस्फीयर रिजर्व का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह पार्क वनस्पतियों का खजाना है। यहां औषधीय पौधों की 22 दुर्लभ और लुप्तप्राय प्रजातियों की खोज की गई थी।

कब जाएं

यह क्षेत्र हमेशा एक ठंडे रेगिस्तान की तरह रहता है। यहां सर्दियों में भारी हिमपात होता है, वर्षा औसत होती है। पार्क घूमने का सबसे अच्छा समय मई से अक्टूबर तक है।


खीरगंगा राष्ट्रीय उद्यान, हिमाचल प्रदेश 

खीरगंगा राष्ट्रीय उद्यान कुल्लू में है। इसे 2010 में नेशनल पार्क बनाया गया था। यह एक बहुत ही सुंदर पार्क है जिसके चारों ओर ऊंचे पहाड़ और हरे-भरे अल्पाइन जंगल हैं। ये वन क्षेत्र हिमालयी भूरे भालू, हिमालयी तहर, लुप्तप्राय हिमालयी कस्तूरी मृग और बहुत सुंदर पश्चिमी ट्रैगोपन के लिए आदर्श जगह है। 


कब जाएं

खीरगंगा जाने के लिए मार्च से जून के बीच सही रहता है। इस समय यहां का तापमान गर्म होते हुए भी घूमने लायक रहता है। गर्मियों के दौरान वे जानवर भी आसानी से देखे जा सकते हैं जो साल के बाकी हिस्से में ज़्यादातर नहीं दिखते। जब वे नदी में पानी पीने जाते हैं तब भी आप उन्हें देख सकते हैं। 


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