नवरात्रि 2025 : इन मंदिरों में करें माता के दर्शन

1. वैष्णो देवी मंदिर, जम्मू-कश्मीर

वैष्णो देवी मंदिर भारत के सबसे मशहूर तीर्थ स्थानों में से एक है। ये जम्मू-कश्मीर के त्रिकुटा पहाड़ों में बसा है। मां वैष्णो देवी को माता रानी भी कहते हैं और मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी मुराद जरूर पूरी होती है। नवरात्रि में यहां भक्तों की भारी भीड़ होती है। मंदिर तक पहुंचने के लिए 12 किलोमीटर का ट्रेक करना पड़ता है, जो कटरा से शुरू होता है। रास्ते में भवन, अर्धकुंवारी और बाण गंगा जैसे पवित्र स्पॉट्स हैं। नवरात्रि के दौरान मंदिर को फूलों और लाइट्स से सजाया जाता है, और जय माता दी के जयकारों से माहौल भक्तिमय हो जाता है।
कैसे पहुंचें?
जम्मू रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट से कटरा तक बस या टैक्सी लें। वहां से पैदल, घोड़े या पालकी से मंदिर जाएं
2. कामाख्या मंदिर, असम

गुवाहाटी की नीलाचल पहाड़ी पर बसा कामाख्या मंदिर शक्ति उपासकों की सबसे बड़ी तीर्थस्थली है। ये 51 शक्तिपीठों में से एक है। मां कामाख्या को तंत्र-मंत्र की देवी माना जाता है। नवरात्रि में यहां खास पूजा-अर्चना होती है और भक्त दूर-दूर से आते हैं। मंदिर का माहौल बहुत रहस्यमय और शक्तिशाली लगता है। खास बात ये है कि यहां कोई मूर्ति नहीं, बल्कि एक पवित्र योनि-कुंड है, जिसे मां का स्वरूप मानते हैं। नवरात्रि में मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया जाता है और भक्ति भजनों का माहौल रहता है।
कैसे पहुंचें?
गुवाहाटी एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन से टैक्सी लें। मंदिर शहर से सिर्फ 7 किलोमीटर दूर है।
3. मीनाक्षी अम्मन मंदिर, तमिलनाडु

मदुरै का मीनाक्षी अम्मन मंदिर अपनी खूबसूरत नक्काशी और विशाल गोपुरम के लिए मशहूर है। ये मां पार्वती (मीनाक्षी) और भगवान शिव (सुंदरेश्वर) का मंदिर है। नवरात्रि में यहां नौ दिन तक खास पूजा होती है और मां के अलग-अलग रूपों को सजाया जाता है। मंदिर परिसर में रात को होने वाली आरती और भक्ति संगीत का माहौल देखने लायक होता है। मंदिर के आसपास का बाजार भी नवरात्रि में रंग-बिरंगी रौनक से भर जाता है।
कैसे पहुंचें?
मदुरै का रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट लगभग हर जगह से अच्छे से कनेक्टेड हैं। वहां से ऑटो या टैक्सी लें।
4. चामुंडेश्वरी मंदिर, कर्नाटक

मैसूर की चामुंडा पहाड़ी पर बसा चामुंडेश्वरी मंदिर मां दुर्गा को समर्पित है। मान्यता है कि मां चामुंडा ने यहां राक्षस महिषासुर का वध किया था। मैसूर दशहरा भी बहुत मशहूर है। इस दौरान मंदिर में भक्तों का मेला लगता है। मंदिर को फूलों, लाइट्स और रंगोली से सजाया जाता है। नवरात्रि के आखिरी दिन मां की भव्य शोभायात्रा निकलती है, जो देखने लायक होती है।
कैसे पहुंचें?
मैसूर रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड से टैक्सी या ऑटो लें। पहाड़ी तक बस भी जाती है।
5. ज्वालामुखी मंदिर, हिमाचल प्रदेश

हिमाचल के कांगड़ा में ज्वालामुखी मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है। यहां मां ज्वालामुखी की पूजा ज्वाला (आग) के रूप में होती है। मंदिर में जमीन से निकलती प्राकृतिक ज्वालाएं देखकर हर कोई हैरान रह जाता है। नवरात्रि में यहां विशेष हवन और पूजा होती है। मंदिर का माहौल बहुत पवित्र और शक्तिशाली लगता है। भक्तों का मानना है कि यहां मांगी मुराद पूरी होती है।
कैसे पहुंचें?
कांगड़ा या धर्मशाला से टैक्सी या बस लें। नजदीकी रेलवे स्टेशन ऊना है।
नवरात्रि में मंदिर जाने के टिप्स
- सही समय: सुबह जल्दी जाएं, जब भीड़ कम हो।
- कपड़े: मंदिरों में सभ्य और ढीले कपड़े पहनें। कई जगह ड्रेस कोड सख्त होता है।
- बुकिंग: वैष्णो देवी जैसे मंदिरों में पहले से रजिस्ट्रेशन जरूरी है। ऑनलाइन बुकिंग करें।
- सामान: पानी की बोतल, सनस्क्रीन, और आरामदायक जूते साथ रखें। कुछ मंदिरों में ट्रेकिंग करनी पड़ती है।
- साफ-सफाई: मंदिर परिसर में कचरा न फैलाएं। प्लास्टिक से बचें और नियम फॉलो करें।
- सुरक्षा: भीड़ में अपने सामान का ध्यान रखें। गाइड या लोकल की मदद लें, खासकर पहाड़ी मंदिरों में।
क्यों जाएं इन मंदिरों में?

नवरात्रि में इन मंदिरों में जाना सिर्फ भक्ति का मौका नहीं, बल्कि एक खास ट्रैवल एक्सपीरियंस भी है। वैष्णो देवी का ट्रेक हो, कामाख्या का रहस्यमय माहौल, मीनाक्षी मंदिर की शानदार नक्काशी, चामुंडेश्वरी का दशहरा उत्सव या ज्वालामुखी की चमत्कारी ज्वालाएं। हर जगह की अपनी खासियत है। ये मंदिर न सिर्फ आध्यात्मिक सुकून देते हैं, बल्कि वहां की संस्कृति, खाना और नजारे भी ट्रिप को यादगार बनाते हैं।
कैसे करें प्लान?
- मौसम: नवरात्रि (अक्टूबर 2025) में मौसम सुहाना रहता है। जम्मू और हिमाचल में ठंड हो सकती है, तो जैकेट साथ रखें।
- यात्रा: ये सारे मंदिर बड़े शहरों से अच्छे कनेक्टेड हैं। जम्मू, गुवाहाटी, मदुरै, मैसूर और कांगड़ा के लिए ट्रेन, बस या फ्लाइट आसानी से मिल जाएगी।
- लोकल खाना: हर जगह का खाना ट्राई करें। जम्मू में राजमा-चावल, तमिलनाडु में इडली-डोसा, कर्नाटक में बिसी बेले बाथ और हिमाचल में सिद्दू जरूर खाएं।
- बुकिंग: होटल और ट्रांसपोर्ट पहले से बुक करें, क्योंकि नवरात्रि में भीड़ बहुत होती है। IRCTC या दूसरी वेबसाइट्स चेक करें।
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