वाइल्ड लाइफ के शौकीनों के लिए महाराष्ट्र है बेस्ट

पेंच टाइगर रिजर्व
मध्यप्रदेश के सिवनी और छिन्दवाड़ा जिलों में फैला हुए पेंच नेशनल पार्क का नाम पेंच नदी के कारण पड़ गया। इसे 1983 में नेशनल पार्क घोषित किया गया था और 1992 में इसे अधिकारिक रूप से भारत का उन्नीसवां टाइगर रिजर्व घोषित किया गया। पेंच टाइगर रिजर्व में कई तरह की वनस्पतियों और जानवरों का बसेरा देखने को मिलेगा। हर साल यहां बड़ी संख्या में टूरिस्ट बाघों को देखने आते हैं। ये जगह जितनी खूबसूरत है उतनी ही खतरनाक है, थोड़ी सी लापरवाही आपको मुश्किल में भी डाल सकती है इसलिए जरूरी है कि फन के साथ-साथ थोड़ा सर्तक भी रहें। यहां रॉयल बंगाल टाइगर, तेंदुए, सुस्त भालू व चिंकारा जैसे कई जानवर आपको दिख जाएंगे। ये पार्क पेड़ों के मामले में भी धनी है, सागौन, बांस, सफेद कुल्लू व महुआ के बड़े-बड़े पेड़ आपको चारो ओर से घेरे हुए मिलेंगे। अगर आप पेंच नेशनल पार्क की सैर करना चाहते हैं तो ये पार्क हर साल 1 अक्टूबर से 30 जून तक के लिए खुला रहता है। इस पार्क में जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से फरवरी के महीनों का होता है। पार्क में दिन और रात दोनों के समय आप एक खुली जीप की मदद से सफारी का मजा भी ले सकते हैं। यहां 17 किमी की दूरी पर बोट सफारी की सुविधा है, जहां से वन्यजीव को देखने के अलावा कई शानदार अनुभवों का मजा ले सकते हैं।

ताडोबा नेशनल पार्क
ताडोबा नेशनल पार्क अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए जाना जाता है, ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व भारत के सबसे रोमांचक टाइगर रिजर्व में से एक है। इस नेशनल पार्क में सबसे ज्यादा बाघ हैं। ये प्रकृति प्रेमियों के घूमने के लिए बेस्ट ऑप्शन है। यह महाराष्ट्र राज्य के चंद्रपुर जिले में है और नागपुर शहर से लगभग 150 किमी की दूरी पर है। ताडोबा नेशनल पार्क को तीन अलग-अलग वन श्रेणियों में बांटा गया है, ताडोबा, उत्तर सीमा, मोहरली रेंज और कोल्सा दक्षिण सीमा। इसके अलावा पार्क में तीन जल स्रोत हैं, ताडोबा नदी, ताडोबालेक, और कोल्सा झील। मोहरली और ताडोबा जोन वाइल्ड स्पॉटिंग के लिए फेमस है और कोल्सा जंगलों से घिरा हुआ है जहां जानवरों को देख पाना आसान नहीं है। उत्तर जोन चारो ओर से पहाड़ियों से ढका है और यहां की ऊंचाई से आस-पास का नजारा बेहद खूबसूरत लगता है। आप इस पार्क को गाइड की मदद से खुली जिप्सी में या बस में सफारी में घूम सकते हैं। जंगली जीवन और उससे जुड़ी कई चीजों को खोजने के लिए ये जगह परफेक्ट है। सर्दियों के मौसम में यहां यात्रा सुबह 6 बजे से शुरू होती है और 8 बजे खत्म हो जाती है। शाम की यात्रा 2:30 बजे शुरू होकर 4 बजे तक चलती है।

बोर नेशनल पार्क
बोर नेशनल पार्क महाराष्ट्र के हिंगानी जिले में 518 वर्ग किलोमीटर में फैला है। यहां आपको चीतल, सांभर, मंटजेक, चिंकारा, गौर, रीसस बंदर व रॉयल बंगाल टाइगर जैसे दुर्लभ जानवर देखने को मिलेंगे। वनप्रेमियों को इस रिजर्व में 1300 प्रजातियां देखने को मिल जाएंगी, जिनमें टीक, धोरा, तेंदु पेड़ खास हैं। ये पूरा जंगल बांस के पेड़ों से घिरा है। हालांकि, यहां पशुओं को देखना मुश्किल है क्योंकि ये इंसानों को देखकर चौकन्ने हो जाते हैं। यह ऑफबीट रिजर्व मध्य प्रदेश के सबसे अच्छे रहस्यों में से एक है और यदि आप भीड़-भाड़ से हटकर कुछ दिन सुकून में बिताना चाहते हैं जो ये जगह आपको जरूर भाएगी। यहां की सैर करने के लिए आपको जीप सफारी भी मिल जाएगी तो आप यहां की सुंदरता को निहार सकते हैं और अगर भाग्यशाली रहे तो जानवरों को भी देख सकेंगे। यहां आपको रुकने के लिए गेस्ट हाउस आसानी से मिल जाएंगे तो आप चाहें तो एक पूरा दिन यहां के वीरानेपन में बिता सकते हैं।

नवेगांव नेशनल पार्क
नवेगांव नेशनल पार्क एक खूबसूरत जगह है जो महाराष्ट्र के भंडारा जिले में है। 1975 में इसे नेशनल पार्क का दर्जा मिल गया था। ये जगह नवे गाँव बांध के बगल होने के कारण और भी खूबसूरत हो जाती है। यहां पर आपको कई सारी दुर्लभ पक्षियों की प्रजातियां देखने को मिल जाएंगी। हर साल सर्दियों में यहां पर माइग्रेट पक्षियों का पूरा-पूरा झुण्ड झील के किनारे देखने को मिलता है। यहां पर आप ट्री हाउस के साथ खूबसूरत झीलों की सैर का भी मजा ले सकते हैं। पार्क के अंदर एक वॉच टॉवर है जहां की ऊंचाई से आप नजारो को घंटों निहार सकते हैं। अक्टूबर से जून महीने के बीच में यहां की झीलों में आपको माइग्रेट किए हुए बत्तखों का झुण्ड तैरता दिख जाएगा। इसके अलावा यहां सभी जानवर जंगली बिल्ली, सांभर, तेंदुए, टाइगर, चीते देखने को मिल जाएंगे। इस पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण यहां की जंगल सफारी है जो पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। रहने के लिए आपको यहां गेस्ट हाउस, कॉटेज और ट्री हाउस सबकुछ मिलेगा।

मेलघाट टाइगर रिजर्व
मेलघाट महाराष्ट्र के अमरावती जिले में है, जैसा कि नाम से ही पता चलता है कि मेलघाट यानि जहां घाट मिलते हैं। आस-पास न खत्म होने वाले पहाड़ खड़े हैं और चारो ओर हरे-भरे जंगल। पक्षियों के प्रेमी को यहां हर तरह के पक्षियों के चहकने की आवाज सुनाई देगी। इसे ईगल सेंचुरी के नाम से भी जाना जाता है। अगर आप भीड़-भाड़ वाली जगहों से ऊब गए हैं तो कुछ समय मेलघाट नेशनल पार्क में बिताइए, यहां का अनुभव आपके लिए हमेशा यादगार रहेगा। इस टाइगर रिजर्व में एडवेंचर और वाइल्ड लाइफ को पसंद करने वाले लोगों को कई तरह के रोमांच देखने को मिलेंगे।

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