सापूतारा: गुजरात का इकलौता हिल स्टेशन

अनुषा मिश्रा 11-02-2020 03:54 PM My India
अतुल्य भारत को आप जितना जानेंगे और देखेंगे उतना ही कुछ नया और अलग पाएंगे। अतुल्य भारत का कोना-कोना इसकी अद्भुत विरासतों की कहानियां बयां करता है। किसी भी दिशा में चले जाएं, कुछ न कुछ नया और अनदेखा जरूर मिल जाएगा। ऐसा ही एक नायाब ठिकाना है सापूतारा। सह्याद्रि पर्वतमाला पर बसे गुजरात के इकलौते खूबसूरत हिल स्टेशन। यहां पर दूर तक फैली पर्वतमाला की हरियाली, कल-कल बहते झरने और सड़कों के किनारे का मनोहारी दृश्य मोह लेंगे। किसी ने सच ही कहा है मंजिल से ज्यादा सफर सुहाना होता है। यह बात सापूतारा के रास्ते को देखकर आप खुद महसूस कर सकते हैं। अगर आप नेचर के बीच जाकर उसकी खूबसूरती का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो सापूतारा आपका स्वागत है।

इको प्वाइंट

सापूतारा का इको प्वाइंट ऐसा प्वाइंट है जहां आपकी आवाज पहाड़ों में गूंज उठती है। वेस्टर्न घाट के नेचर की खूबसूरती आपको यहां पर हर तरफ देखने को मिलती है। झरनों से घिरी यह जगह अपने चारों तरफ हरियाली ही हरियाली समेटे हुए है। सापूतारा यात्रा के शुरुआती प्वाइंट माने जाने वाले इको प्वाइंट की खूबसूरत देखते ही बनती है। पहाड़ियों के बीच में बसे इस इको प्वाइंट पर थोड़ा जोर से बोलने पर खुद की आवाज की गूंज सुनाई देती है। इको प्वाइंट पर हरियाली और शांत वातावरण के बीच में प्रकृति प्रेमियों के लिए और भी बहुत कुछ देखने लायक है। एकांत में समय बिताने वाला यह खूबसूरत ठिकाना सापूतारा के माथेरन में बसा है। 

आदिवासियों के घर

सापूतारा हिल स्टेशन डांग जिले के जंगली क्षेत्र में बसा है। टीक और बांसों से भरे सापूतारा के जंगल के आसपास आदिवासी लोग रहते हैं। ब्रिटिश हुकूमत से हार न मानने वाले आदिवासी समाज के लोग यहां पर 8 से 10वीं शताब्दी के बीच में आकर बसे थे। खुद को जंगलपुत्र कहने वाले आदिवासी समाज के लोग जंगलों से अथाह स्नेह करते हैं। वर्ली, खुम्बी, भील और डांगी जाति के आदिवासियों के बीच में आकर आप उनके जीवन से रू-ब-रू हो सकते हैं। आदिवासियों के अलावा यहां पर उनके आकर्षण का केंद्र उनके टैटू, बांस से बने वाद्ययंत्र और लोक नृत्यों के लिए बांस से बने मुखौटे हैं। 

फॉरेस्ट लॉग हट

सापूतारा आने वाले सैलानियों की पहली पसंद माने जाने वाले खूबसूरत फॉरेस्ट हट यहां के मुख्य आकर्षणों में गिने जाते हैं। सैलानियों के बीच में आकर्षण का केंद्र फॉरेस्ट लॉग हट आरामदायक और सारी सुविधाओं से लैस है। जंगल के बीच में ठहरने लिए यह हट पर्यटकों के बीच में काफी लोकप्रिय ठिकाना है। इन हट की वास्तुकला देखने लायक है और हर किसी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करती है। यहां पर आप एक रात ठहरना आपके सफर को यादगार बना देगा।

हतगढ़ का किला

नेचर की खूबसूरती के साथ ही साथ सापूतारा में आप ऐतिहासिक स्थलों से भी रू-ब-रू हो सकते हैं। यहां पर आप भारत के प्राचीन किलों में से एक हतगढ़ किले की भी सैर कर सकते हैं। 3,600 फीट की ऊंचाई पर बसा हतगढ़ का किला अपनी आकर्षक वास्तुकला के लिए जाना जाता है। इस किले से आप सह्याद्री पर्वत श्रृंखला के अद्भुत दृश्यों और सापूतारा की खूबसूरती को देख सकते हैं। इस किले तक पर्यटकों को चट्टानी सीढ़ियों से चढ़कर जाना होता है। अगर आप इतिहास के साथ-साथ एडवेंचर का भी शौक रखते हैं, तो हतगढ़ का किला एक अच्छा विकल्प है। 

लेक सिटी

लेक सिटी का जिक्री होते ही भोपाल या उदयपुर का नाम याद आता है। इन शहरों के अलावा गुजरात में भी एक लेक सिटी है जिसका नाम है सापूतारा। प्राकृतिक की खूबसूरती के अलावा पहाड़ी की तलहटी के बीचोंबीच में सुंदर और मनोहारी झील है। जहां से आप पहाड़ी सौंदर्य का आनंद उठा सकते हैं। यहां की झील में बोटिंग करने की भी सुविधा है। झील के पास में ही बने गार्डन में आप सैर कर सकते हैं। इस बगीचे में कई किस्मों के खूबसूरत फूल और दुर्लभ वनस्पतियां हैं। खूबसूरत पेड़ों पर आपको कई सुंदर पक्षी भी चहचहाते देखने को मिल जाएंगे। सापूतारा झील को सापूतारा का मुकुट भी कहा जाता है।

सनसेट प्वाइंट

सूर्यास्त दृश्य गुजरात के कच्छ में देखने लायक होता है। जिधर भी निगाहें जाती हैं उधर गेरुआ रंग ही नजर आता है। कच्छ के अलावा ही गुजरात के सापूतारा में भी ऐसा ही नजारा देखने को मिलता है। कुछ लोगों का मानना है कि डूबते हुए सूरज को नहीं देखना चाहिए, लेकिन यहां के सनसेट प्वाइंट को देखकर तो ऐसा लगता है कि यहां आया हर कोई पर्यटक उस डूबते हुए सूरज में अपने अंदर के सारे शोर को डूबो देना चाहता है।  

सापूतारा का एडवेंचर पार्क

सनसेट प्वाइंट के पास ही गवर्नर हिल पर एडवेंटर पार्क भी है। अगर आप एडवेंचर के शौकीन हैं तो ये आपको निराश नहीं करेगा। सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे के बीच में यहां आकर रॉक क्लाइंबिंग से लेकर जिप लाइन जैसी एडवेंचर एक्टिविटी का मजा ले सकते हैं। अगर आप यहां जाना चाहते हैं तो आपको टेबल प्वाइंट से होकर ही जाना होगा। यहां पर पैराग्लाइडिंग भी की जा सकती है।

रोप-वे से देखें पूरा शहर

नेचर के बीच बसे सापूतारा की खूबसूरती अगर आपको ऊंचाई से देखनी है, तो आप रोप-वे के जरिए पूरा सापूतारा देख सकते हैं, प्रमुख आकर्षणों में एक नया आकर्षण रोप-वे जुड़ा है। कुछ रुपये खर्च कर आप पूरे शहर की खूबसूरती को कई फीट की ऊंचाई से देख सकते है। रोप-वे गवर्नर हिल पर जाने वाले रास्ते में पड़ता है। इस जॉय राइड से आप सीधे सनसेट प्वाइंट तक पहुंच सकते हैं। रोप-वे से देखने पर आपको दूर तक फैले पठार और उन पर झुके बादल धुनी हुई रुई सरीखे से दिखते हैं।

कैसे पहुंचें?

गुजरात के डांग जिले के खूबसूरत स्थान सापूतारा आने का प्लान कर रहे हैं, तो आप यहां पर रेल, हवाई और सड़क के जरिए पहुंच सकते हैं। सापूतारा से सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन वघई है जो कि शहर से 50 किमी. की दूरी पर है। वघई स्टेशन से पर्यटकों को मुंबई, दिल्ली के अलावा अन्य शहरों की ट्रेनें भी आसानी से मिल जाती हैं। सापूतारा मुंबई से 250 किमी. और सूरत से 160 किमी. की दूरी पर है। सूरत से यहां तक सड़क मार्ग के जरिए भी पहुंचा जा सकता है। सापूतारा से सूरत के बीच रास्ते का सफर बहुत ही सुहाना होता है। 

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