भारत के 5 मंदिर जहां मोबाइल फोन ले जाना मना है

भारत के कई मशहूर मंदिरों ने अपने परिसर में मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक चीजें लाने पर रोक लगा दी है। इसका मकसद मंदिर की पवित्रता बनाए रखना, भक्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और पूजा के दौरान ध्यान भटकने से रोकना है। हम आपको ऐसे 5 मंदिरों के बारे में बता रहे हैं जहां मोबाइल फोन पूरी तरह बैन हैं। अगर आप इन मंदिरों में दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो पहले नियम जान लें, ताकि कोई परेशानी न हो। मंदिर शांति और भक्ति की जगह हैं, और इन नियमों से आपका अनुभव और बेहतर होगा।
1. राम मंदिर, अयोध्या, उत्तर प्रदेश

अयोध्या का श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र मंदिर, जिसे राम मंदिर कहते हैं, देश का एक प्रमुख तीर्थस्थल है। यहां मोबाइल फोन ले जाना पूरी तरह मना है। ये नियम मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और भक्तों को सुगम दर्शन का अनुभव देने के लिए बनाया गया है। मोबाइल बैन से लाइव स्ट्रीमिंग या फोटोग्राफी की वजह से होने वाली परेशानियां रुकती हैं। भक्तों को अपने फोन सिक्योरिटी काउंटर पर जमा करने होते हैं। खासकर दीवाली जैसे त्योहारों पर, जब भीड़ ज्यादा होती है, ये नियम और सख्ती से लागू होता है।
2. केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड

हिमालय में बसा केदारनाथ मंदिर देश के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है। यहां पिछले साल सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और रील्स की वजह से मंदिर कमेटी ने मोबाइल फोन और कैमरे पर सख्त रोक लगा दी। मंदिर के 30 मीटर के दायरे में फोटो या वीडियो लेना मना है। अगर कोई नियम तोड़ता है, तो सख्त कार्रवाई होती है। ये कदम मंदिर की पवित्रता और भक्तों की सुरक्षा के लिए उठाया गया है, क्योंकि ऊबड़-खाबड़ इलाके में ध्यान भटकना खतरनाक हो सकता है। भक्तों को फोन जमा करके ही मंदिर में जाना होता है।
3. मीनाक्षी अम्मन मंदिर, मदुरै, तमिलनाडु

मदुरै का मीनाक्षी अम्मन मंदिर एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर है। मार्च 2018 से यहां मोबाइल फोन पर रोक है। भक्तों को अपने फोन सिक्योरिटी काउंटर पर जमा करने पड़ते हैं। ये नियम एक जनहित याचिका के बाद लागू हुआ, जिसमें मंदिर में आग की घटना के बाद सुरक्षा चिंताएं उठी थीं। मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने कहा कि मोबाइल फोन भक्तों का ध्यान भटकाते हैं और उनकी भक्ति में रुकावट डालते हैं। ये नियम मंदिर की मध्ययुगीन सुंदरता को बचाने और शांत माहौल देने में मदद करता है।
4. अक्षरधाम मंदिर, दिल्ली

दिल्ली का अक्षरधाम मंदिर एक विशाल आध्यात्मिक परिसर है, जहां मोबाइल फोन, कैमरा, स्मार्टवॉच और दूसरी इलेक्ट्रॉनिक चीजें ले जाना मना है। भक्तों को ये सामान क्लॉकरूम में जमा करना होता है। ये नियम मंदिर की पवित्रता बनाए रखने और ध्यान-पूजा के लिए शांत माहौल देने के लिए है। बिना इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के भक्त मंदिर की भव्य बनावट और सांस्कृतिक प्रदर्शन का पूरा आनंद ले सकते हैं। ये नियम सुनिश्चित करता है कि आपका ध्यान सिर्फ भक्ति और मंदिर की सुंदरता पर रहे।
5. काशी विश्वनाथ मंदिर, वाराणसी, उत्तर प्रदेश

काशी विश्वनाथ मंदिर भारत के सबसे सम्मानित मंदिरों में से एक है। यहां मोबाइल फोन, कैमरा, बेल्ट, चमड़े के बटुए और यहां तक कि पेंसिल जैसी चीजें भी ले जाना मना है। भक्तों को ये सामान मंदिर के पास बने लॉकरों में जमा करना होता है। ये नियम कई सालों से लागू है ताकि भक्त पूजा पर ध्यान दें, चोरी से बचें और पवित्र वस्तुओं का सम्मान हो। मंदिर में हर दिन हजारों लोग आते हैं, और ये नियम भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा में मदद करता है।
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