वाइल्ड लाइफ के रोमांच को महसूस करना चाहते हैं तो आइए इटावा सफारी

श्रृंखला पाण्डेय 18-02-2020 12:42 PM Eco Tourism
इटावा लॉयन सफारी आने वाले टूरिस्ट बब्बर शेर के अलावा लेपर्ड, हिरण, भालू, सांभर आदि जानवरों को देख सकते हैं। इस सफारी पार्क में 4 तरह की सफारी के इंतजाम किए गए हैं, 
जिसमें 50 हेक्टेयर में बनी लॉयन सफारी, 21 हेक्टेयर में बनी लेपर्ड सफारी, 31 हेक्टेयर में बनी डियर सफारी और 20 हेक्टेयर में बनी बियर सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं। इसके 
अलावा यहां फेसिलिटेशन सेंटर भी है। यहां टूरिस्ट को घुमाने के लिए जीप का भी इंतजाम है। इटावा का लॉयन सफारी पार्क कई मायनों में बेहद खास है। 350 हेक्टेयर में फैले इस 
लॉयन सफारी पार्क का हाल ही में उद्घाटन हुआ है। अब इसे इटावा लॉयन सफारी की जगह इटावा सफारी पार्क का नाम दिया गया है। इटावा में पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के उद्देश्य 
से इस पार्क की स्थापना की गई थी। यह एशिया का सबसे बड़ा सफारी पार्क भी है।

करीब से निहारें जंगल की दुनिया

इटावा सफारी पार्क में अभी तकरीबन 100 जानवर हैं।  यहां ज्यादातर शेर गुजरात से लाए गए हैं। आप सफारी पार्क में जानवरों को बेहद करीब से देख सकते हैं। इस सफारी पार्क का सबसे बड़ा आकर्षण इसका भव्य गेट और बाहर की दीवारें हैं। इसके गेट पर बब्बर शेरों के विशालकाय स्टेच्यू बनाए गए हैं, जिसे देखकर ही इसकी भव्यता का अंदाजा हो जाता है। यहां आने वाले टूरिस्ट शेरों के संरक्षण को लेकर बनाए गए ब्रीडिंग सेंटर की भी जानकारी ले सकते हैं।


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7डी थियेटर का लीजिए मजा

यहां मनोरंजन के लिए 7डी थियेटर का भी निर्माण किया गया है, जिसके जरिए यहां आने वाले टूरिस्ट 45 मिनट के शो में जानवरों के बारे में विस्तार से जान सकते हैं। इस 7डी थियेटर में बच्चों का टिकट 70 रुपये और बड़ों का टिकट 90 रुपए रखा गया है। पार्क में एंट्री का टिकट 100 और 200 रुपये रखा गया है। पार्क में आसानी से घूमने के लिए अंदर करीब 31 किलोमीटर लंबी सड़क है, जो अलग-अलग सफारियों को आपस में जोड़ती हैं। यहां 80 प्रजातियों के करीब 72,000 पेड़ हैं, जिसके चलते यहां नेचर के करीब होने का अहसास होता है।

लॉयन सफारी के लिए करना होगा इंतजार

इस सफारी पार्क में टूरिस्ट को 4 तरह की सफारी कराए जाने की योजना है। जिसमें लॉयन सफारी, डियर सफारी, बेयर सफारी और लेपर्ड सफारी शामिल हैं। हालांकि अभी लॉयन सफारी की शुरुआत नहीं हो सकी है। इसके पीछे सेंट्रल जू अथॉरिटी के मानकों का पूरा न हो पाना प्रमुख वजह है। नियमों के अनुसार किसी लॉयन सफारी को तभी दर्शकों के लिए खोला जा सकता है, जब उसमें शावकों की संख्या न्यूनतम 10 या उससे ज्यादा हो। अभी यहां शावकों की संख्या 6 है। हालांकि लॉयन सफारी में लॉयन ब्रीडिंग सेंटर भी स्थापित किया गया है, जो यहां शेरों की संख्या बढ़ाने के प्रयास कर रहा है। अभी यहां कुल 18 शेर हैं, जिसमें शावक भी शामिल हैं।

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पर्यटकों के रुकने की व्यवस्था

लॉयन सफारी देखने आने वाले टूरिस्ट को यहां कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। टूरिस्ट आसानी से पूरे लॉयन सफारी की सैर कर सकते हैं, इसके लिए बस की व्यवस्था भी की गई है। दूर दराज से आने वाले लोगों के लिए रुकने का भी पूरा इंतजाम है। फिलहाल यहां वहीं टूरिस्ट ठहर सकते हैं, जो कम से कम 500 किलोमीटर दूर से आए हों, लेकिन आसपास कई अच्छे होटल हैं जहां आप कम कीमत में भी ठहर सकते हैं।

इटावा कैसे पहुंचे

यमुना नदी के तट पर स्थित इटावा उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है। यहां पहुंचना काफी आसान है। अगर आप इटावा हवाई मार्ग से आना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट आगरा व ग्वालियर हैं। आप कानपुर के घरेलू हवाई अड्डा पर भी उतर सकते हैं। जहां मुंबई, जयपुर, भोपाल, दिल्ली जैसे कई शहरों से उड़ानें संचालित होती हैं। आप चाहे तो लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी उतर सकते हैं, जहां से इटावा की दूरी करीब 229 किलोमीटर है। लखनऊ से इटावा के लिए आसानी से बस और अन्य वाहन मिल जाते हैं। अगर आप ट्रेन के जरिए इटावा आना चाहते हैं तो यहां का रेलवे स्टेशन कई बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है, जहां से इटावा पहुंचने में आपको किसी भी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। सड़क मार्ग की बात करें तो इटावा कई प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम और कई निजी बस ऑपरेटर्स इटावा के लिए बसें संचालित करते हैं।

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