हिमाचल की इन 5 पहाड़ी जगहों की सैर से अभी बचें

हिमाचल प्रदेश अपनी बर्फ से ढकी चोटियों, हरी-भरी वादियों और शांत माहौल के लिए हर किसी का फेवरेट है। हर साल लाखों लोग यहां घूमने आते हैं। लेकिन इस वक्त भारी बारिश, भूस्खलन और बाढ़ की वजह से हिमाचल के कई मशहूर पहाड़ी इलाकों में जाना खतरनाक हो सकता है। ख़बरों के मुताबिक, भारत मौसम विभाग (IMD) ने हिमाचल के कई हिस्सों में रेड अलर्ट जारी किया है। सड़कें बंद हैं, मौसम खराब है और कुछ जगहों पर बिजली-पानी तक की दिक्कत है। आइए, जानते हैं कि किन 5 जगहों की यात्रा से अभी आपको बचना चाहिए।
हिमाचल में मौसम का हाल

इस समय हिमाचल में मानसून ने जमकर कहर बरपाया है। भारी बारिश, बादल फटने और भूस्खलन की वजह से कई टूरिस्ट स्पॉट्स पर जाना मुश्किल हो गया है। सड़कें टूटी हैं, कई जगह भूस्खलन का खतरा है और कुछ इलाकों में मोबाइल नेटवर्क भी ठप है। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी दी है। नदियों के किनारे और पहाड़ी ढलानों पर जाने से खासतौर पर बचने की सलाह दी जा रही है।
इन 5 जगहों की यात्रा अभी न करें
1. मनाली: ब्यास नदी का कहर

मनाली अपनी खूबसूरत वादियों, सोलंग वैली और रोहतांग पास के लिए मशहूर है। लेकिन अभी भारी बारिश और भूस्खलन ने मनाली को मुश्किल में डाल दिया है। 26 अगस्त 2025 को ब्यास नदी में बाढ़ आई, जिसने होटल, दुकानें और चंडीगढ़-मनाली हाईवे का हिस्सा बहा दिया। मनाली-लेह हाईवे भी भूस्खलन की वजह से बंद है। कई टूरिस्ट फंस गए हैं और मौसम की हालत अभी भी ठीक नहीं है। इसलिए मनाली की सैर का प्लान अभी टाल दें।
2. कुल्लू: बादल फटने का खतरा

कुल्लू वैली अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और शांति के लिए जानी जाती है। लेकिन हाल ही में बादल फटने और बाढ़ ने इस इलाके को काफी नुकसान पहुंचाया है। 14 अगस्त को श्रीखंड महादेव और बटाहड़ गांव के पास बादल फटने से गाड़ियां और कॉटेज बह गए। सड़कें टूटी हैं और बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही। कुल्लू में अभी घूमना जोखिम भरा है।
3. डलहौजी: भूस्खलन की मार

डलहौजी अपने पुराने ज़माने के आकर्षण और खज्जियार के हरे-भरे मैदानों के लिए मशहूर है। लेकिन भारी बारिश और भूस्खलन ने डलहौजी को भी नहीं बख्शा। चंडीगढ़-डलहौजी रोड कई जगहों पर बंद है। चक्की मोड़ पर बार-बार भूस्खलन हो रहा है, जिससे रास्ता खतरनाक हो गया है। अभी डलहौजी की यात्रा से बचें।
4. लाहौल-स्पीति: सड़कें पूरी तरह बंद

लाहौल-स्पीति अपनी रेगिस्तानी खूबसूरती और पुराने मठों के लिए जाना जाता है। लेकिन इस समय भारी बारिश और सड़कों के बंद होने की वजह से यहां पहुंचना लगभग नामुमकिन है। चंडीगढ़-मनाली हाईवे सिर्फ़ मंडी तक खुला है। पंडोह के पास सड़क बुरी तरह टूटी है और चंद्रताल झील जैसे स्पॉट्स तक जाने का रास्ता बंद है।
5. धर्मशाला और मैक्लोडगंज: रास्ते हुए ठप

धर्मशाला और मैक्लोडगंज तिब्बती संस्कृति और हरे-भरे नज़ारों के लिए फेमस हैं। लेकिन अभी बारिश और भूस्खलन ने इन जगहों को भी प्रभावित किया है। धर्मशाला से चंबा का रास्ता बंद है और मैक्लोडगंज तक जाने वाली सड़कें भी खराब हैं। पठानकोट-धर्मशाला रोड पूरी तरह ठप है, जिससे टूरिस्ट्स को आने-जाने में बहुत दिक्कत हो रही है।
यात्रा से पहले ये बातें ज़रूर ध्यान दें
- मौसम की ताज़ा खबर लें: हिमाचल जाने से पहले मौसम विभाग की वेबसाइट या न्यूज़ चेक करें। रेड या ऑरेंज अलर्ट हो तो यात्रा टाल दें।
- सड़कों का हाल जानें: हिमाचल में कई हाईवे और रास्ते बंद हैं। लोकल पुलिस या प्रशासन से रास्तों की जानकारी ले लें।
- होटल बुकिंग चेक करें: कई जगहों पर होटल और गेस्टहाउस बाढ़ से प्रभावित हैं। पहले से कन्फर्म करें कि आप जहां रुकना चाहते हैं, वो सुरक्षित है।
- इमरजेंसी नंबर रखें: हिमाचल पुलिस और आपदा प्रबंधन के नंबर अपने पास रखें। आपात स्थिति में ये काम आएंगे।
- नदी और ढलानों से दूर रहें: भूस्खलन और बाढ़ का खतरा सबसे ज़्यादा नदियों और पहाड़ी ढलानों के पास है। ऐसी जगहों पर जाने से बचें।
सुरक्षित विकल्प क्या हैं?

अगर आप हिमाचल की सैर का प्लान बना रहे हैं, तो कुछ ऐसी जगहें हैं जो अभी तुलनात्मक रूप से सुरक्षित हो सकती हैं। शिमला और कसौली जैसे इलाकों में हालात थोड़े बेहतर हैं, लेकिन वहां भी पहले मौसम और सड़कों की जानकारी ले लें। अगर आप पहाड़ों की सैर करना चाहते हैं, तो उत्तराखंड के कुछ हिस्से या जम्मू-कश्मीर के सुरक्षित इलाके जैसे विकल्प चुन सकते हैं।
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