फिजाओं में चार चांद लगाता राजस्थान का माउंट आबू फेस्टिवल

श्रृंखला पाण्डेय 18-02-2020 05:41 PM Culture
राजस्थान जितना खूबसूरत है, यहां की गर्मी उतनी ही खतरनाक भी है। कई टूरिस्ट तो यहां कि गर्मी के चलते घूमने का प्लान बनाने से पहले सौ बार सोचते हैं, लेकिन आपको बता दें रेत से घिरे इस रंग-रंगीले राज्य में एक हिल स्टेशन भी है। यह राजस्थान के सिरोही जिले में है, जिसे माउंट आबू नाम से जाना जाता है। माउंट आबू बेहद ही आकर्षक जगह है, जो टूरिस्ट को अपनी ओर खींच ही लेती है। यहां आने की एक खास वजह और है जिसके चलते देश-दुनिया से यहां टूरिस्ट पहुंचते हैं। दिसंबर के महीने में माउंट आबू विंटर फेस्टिवल आयोजित होता है। इस दौरान आपको यहां राजस्थान की संस्कृति के विविध रंग दिखाई देंगे। यह फेस्टिवल यहां राजस्थान सरकार, पर्यटन विभाग, म्युनिसिपल बोर्ड आदि की ओर से आयोजित किया जाता है। इसमें सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अलावा खेलकूद, कठपुतली नृत्य, डॉग शो, बोट रेस, योग और ध्यान जैसी गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।

माउंट आबू अपने प्राचीन इतिहास और ऐतिहासिक महत्व वाली जगहों के चलते टूरिस्ट के आकर्षण का केन्द्र है। माउंट आबू विंटर फेस्टिवल में यहां का माहौल बिलकुल बदला नजर आता है। दरअसल, यह फेस्टिवल यहां के स्थानीय पर्वतीय लोगों के सामूहिक जश्न का प्रतीक है। इसमें होने वाले रंगारंग कार्यक्रम यहां की फिजाओं में चार चांद लगा देते हैं। रंग-बिरंगे पारम्परिक राजस्थानी परिधानों में यहां की स्थानीय जनजातियां सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जान फूंक देती हैं। करीने से सजाए गए ऊंट, घोड़े, हाथी पर्यटकों को रोमांच से भर देते हैं। आबू रोड बस स्टैंड से लेकर नक्की झील तक यहां जगह-जगह सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होता है। यहां पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न प्रतियोगिताएं जैसे मटका फोड़, रंगोली, म्यूजिकल चेयर, रस्साकशी होती रहती हैं। शाम को विशेष रंगारंग कार्यक्रम होते हैं, जिसमें दर्शकों की बड़ी तादाद उमड़ती है। माउंट आबू राजस्थान की एक अलग झलक पेश करता है।

पहुंचना है बेहद आसान

माउंट आबू राजस्थान का प्रमुख हिल स्टेशन है। इसलिए यहां पहुंचने के लिए आपको कई साधन मिल जाएंगे। माउंट आबू के सबसे करीब उदयपुर हवाई अड्डा है। यहां से माउंट आबू 185 किलोमीटर दूर है। बाकी की यात्रा आप बस या लगातार चलने वाली टैक्सी से कर सकते हैं। ट्रेन से जाना हैं तो यहां आबू रोड रेलवे स्टेशन माउंट आबू से 28 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां से देश के कई प्रमुख शहरों से ट्रेन की सुविधा है। माउंट आबू सड़क मार्ग से भी बेहद आसानी से पहुंच सकते हैं। राजस्थान राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें कई शहरों से चलती हैं। दिल्ली के कश्मीरी गेट से भी माउंट आबू के लिए सीधी सेवा है। माउंट आबू हर मौसम में आया जा सकता है।

कुंभलगढ़ फेस्टिवल का भी उठाएं लुत्फ

माउंट आबू के विंटर फेस्टिवल से दिल न भरा हो तो राजस्थान में दिसंबर महीने में ही एक और बड़ा आयोजन होता है। यह राजस्थान के राजसमंद में होने वाला तीन दिवसीय कुंभलगढ़ फेस्टिवल है। सांस्कृतिक कार्यक्रमों से गुलजार रहने वाले इस फेस्टिवल को कुंभलगढ़ फोर्ट परिसर में यज्ञवेदी चौक में होता है। यहां हर दिन अलग-अलग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। कठपुतली नृत्य प्रदर्शन, राजस्थानी कलाकारों की ओर से राजस्थानी लोकनृत्य व अन्य प्रतियोगिताएं भी होती हैं। विदेशी कलाकार भी इन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं। इस फेस्टिवल का प्रमुख आकर्षण रंगारंग कार्यक्रम होते हैं। इसमें सूफी गायन को सुनने लोग दूर-दूर से आते हैं। साथ ही विभिन्न नृत्य विधाओं का भी प्रदर्शन होता है।

grasshopper yatra Image

कैसे पहुंचें

राजसमंद हवाई जहाज से पहुंचना चाहते हैं तो यहां से सबसे करीबी हवाई अड्डा उदयपुर में है। इसकी दूरी 67 किलोमीटर है। उदयपुर से आसानी से टैक्सी और बसें मिल जाती हैं। सड़क मार्ग की बात करें तो राजसमंद पूरे भारत से जुड़ा हुआ है। नई दिल्ली, इंदौर, अहमदाबाद और राजस्थान के कई शहरों से सीधी बसें यहां के लिए मिल जाएंगी। अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो उदयपुर रेलवे स्टेशन पर उतरना होगा।

रण उत्सव: तीन महीने चलने वाला उत्सव

नमक के सफेद रेगिस्तान पर गूंजती संगीत की धुनें टूरिस्ट्स को गुजरात के कच्छ तक खींच लाती हैं। यहां जाड़े के मौसम में रण उत्सव का आयोजन होता है। तीन महीने चलने वाले रण उत्सव की शुरुआत नवंबर में हो जाती है। यह फेस्टिवल गुजरात की संस्कृति और परम्पराओं के प्रचार-प्रसार में अहम भूमिका निभाता है। इसमें गीत-संगीत, नृत्य के अलावा कलाकारों की ओर से विविध कलाओं का प्रदर्शन किया जाता हैं। दुनियाभर में मशहूर गुजरात का कच्छ रण उत्सव गुजरात के बारे में बहुत कुछ जानने का मौका देता है। रण उत्सव में अच्छा संगीत सुनने और नृत्य देखने के अलावा लजीज व्यंजन चखने का भी मौका मिलता है। यहां गुजरात के परम्परागत व्यंजनों के अलावा स्थानीय खानपान की चीजों का जायका भी कभी न भूलने वाला अनुभव साबित होता है। अगर आप भी गुजरात के रण महोत्सव का हिस्सा बनना चाहते हैं तो यहां आने से पहले अपने पास पहचान पत्र जरूर रख लें, इसके बगैर आपको इसमें प्रवेश नहीं मिल पाएगा। वहीं विदेशी टूरिस्ट्स को पासपोर्ट दिखाने पर ही प्रवेश मिलता है। अपने साथ डॉक्यूमेंट्स की कॉपी जरूर रखें। रण उत्सव खरीदारी के लिए भी मुफीद है। यहां आने वाले टूरिस्ट्स इस उत्सव में जमकर खरीदारी करते हैं।

grasshopper yatra Image

आसानी से पहुंच सकते हैं कच्छ

रण उत्सव में आना चाहते हैं तो सबसे नजदीकी एयरपोर्ट भुज में है, जो यहां से करीब 75 किलोमीटर दूर है। यहां के लिए देश के बड़े शहरों से फ्लाइट्स मिल जाएंगी। एयरपोर्ट से कच्छ के लिए बस और टैक्सी मिल जाएंगी। ट्रेन से आना चाहते हैं तो भुज रेलवे स्टेशन पर उतरना होगा। यहां से आसानी से कच्छ पहुंच सकते हैं। सड़क मार्ग की बात करें तो कच्छ तक पहुंचने के लिए एसी, नॉन-एसी में पब्लिक व प्राइवेट हर तरह की बस उपलब्ध रहती हैं।

आपके पसंद की अन्य पोस्ट

भारत की सबसे बड़ी बावड़ी की कहानी

इसे पानी के संरक्षण और भीषण गर्मी से राहत देने के लिए बनवाया गया था।

दिसम्बर में घूमने के लिए राजस्थान के बेस्ट ऑफबीट डेस्टिनेशन्स

हमारे साथ चलिए यहां के ऑफबीट टूरिस्ट डेस्टिनेशन्स की सैर पर

लेटेस्ट पोस्ट

अयोध्या को खूबसूरत बनाने वाली 10 शानदार जगहें

आप बिना ज़्यादा सोच-विचार किए झट से वहां जाने की तैयारी कर लें।

इतिहास का खजाना है यह छोटा सा शहर

यहां समय-समय पर हिंदू, बौद्ध, जैन और मुस्लिम, चार प्रमुख धर्मों का प्रभाव रहा है।

लक्षद्वीप : मूंगे की चट्टानों और खूबसूरत लगूंस का ठिकाना

यहां 36 द्वीप हैं और सभी बेहद सुंदर हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 10 द्वीप ही ऐसे हैं जहां आबादी है।

नए साल का जश्न मनाने के लिए ऑफबीट डेस्टिनेशन्स

वन्यजीवन के बेहतरीन अनुभवों से लेकर संस्कृति, विरासत और प्रकृति तक, इन जगहों में सब कुछ है।

पॉपुलर पोस्ट

पुष्कर: उत्सवों को उत्साह से मनाती भगवान ब्रह्मा की ये नगरी

अरावली की पहाड़ियों से तीन ओर से घिरे राजस्थान के ह्रदय पुष्कर में एक अलग ही रंग का हिंदुस्तान बसता है। एक ऐसा हिंदुस्तान जिसे सैलानी सिर्फ देखने नहीं बल्कि उसे महसूस करने, जीने और इसकी आध्यात्मिकता में डूब जाने के लिए आते हैं।

वाइल्ड लाइफ के शौकीनों के लिए महाराष्ट्र है बेस्ट

प्लानिंग इस बार महाराष्ट्र के टाइगर रिजर्व्स को एक्सप्लोर करने की और एडवेंचर के साथ खूबसूरती को निहारने की।

भूटान घूमने का बना रहे हैं प्लान? रॉयल हाइलैंड फेस्टिवल कर रहा है इंतज़ार

भूटान गासा में रॉयल हाईलैंड फेस्टिवल की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

सितंबर में घूमने के लिए बेस्ट हैं ये जगहें

हमारा देश इतना बड़ा है कि यहां हर महीने आपको घूमने के लिए कई सुंदर जगहें मिल जाएंगी।