खास लिस्ट में शामिल हुआ ‘मुन्नार’, जानें इसके बारे में सबकुछ

मुन्नार को क्यों चुना गया?
अगोड़ा की स्टडी बताती है कि लोग अब शोर-शराबे वाली छुट्टियों से ज्यादा शांत और असली अनुभव वाली जगहों को पसंद कर रहे हैं। इसे कहते हैं ‘स्लो ट्रैवल’ – यानी धीरे-धीरे, आराम से घूमना, जहां आप नेचर को फील करें, लोकल कल्चर को समझें और सुकून पाएं। मुन्नार में ये सब कुछ है। यहां की ठंडी हवा, चाय के बागान, झरने और पहाड़ियां हर किसी को अपना दीवाना बना लेती हैं। ये अवॉर्ड मुन्नार के लिए गर्व की बात है, लेकिन इसके साथ एक जिम्मेदारी भी है। ज्यादा टूरिस्ट्स की भीड़ से इसकी खूबसूरती को नुकसान न पहुंचे, इसके लिए हमें समझदारी से घूमना होगा।

एशिया की टॉप 8 रूरल जगहों की लिस्ट
अगोड़ा ने जो लिस्ट बनाई, उसमें मुन्नार के साथ और भी खूबसूरत जगहें हैं:
- कैमरन हाईलैंड्स, मलेशिया
- खाओ याई, थाईलैंड
- पुंकक, इंडोनेशिया
- फूजिकावागुचिको, जापान
- केंटिंग, ताइवान
- सप्पा, वियतनाम
- मुन्नार, भारत
- प्योंगचांग, साउथ कोरिया
मुन्नार का इस लिस्ट में आना दिखाता है कि ये न सिर्फ भारत की, बल्कि पूरे एशिया की खास जगहों में से एक है।
मुन्नार की खास बातें
मुन्नार कोई आम हिल स्टेशन नहीं है। यहां की हवा में ठंडक, आंखों को सुकून देने वाले नजारे और चारों तरफ फैली हरियाली है। कोहरे से ढकी घाटियां, चाय के बागान और छिपे हुए झरने इस जगह को जादुई बनाते हैं। पहले लोग मुन्नार सिर्फ खूबसूरत नजारे देखने आते थे, लेकिन अब ट्रेंड बदल रहा है। लोग यहां नेचर के साथ समय बिताना चाहते हैं। वे लोकल खाना, संस्कृति और शांति की तलाश में हैं। मुन्नार का ठंडा मौसम और शांत माहौल इसे हर तरह के ट्रैवलर के लिए परफेक्ट बनाता है – चाहे आप फैमिली के साथ हों, दोस्तों के साथ या अकेले।

मुन्नार में घूमने की 5 बेस्ट जगहें
मुन्नार में इतना कुछ है कि हर कोने में कुछ न कुछ खास मिलेगा। लेकिन अगर आप पहली बार जा रहे हैं, तो ये 5 जगहें जरूर देखें। ये मुन्नार की आत्मा को बयां करती हैं।
1. एराविकुलम नेशनल पार्क
मुन्नार का सबसे मशहूर स्पॉट है एराविकुलम नेशनल पार्क। ये जगह खास है क्योंकि यहां आपको नीलगिरी तहर दिख सकता है – एक ऐसा जानवर जो अब बहुत कम बचा है। पार्क में घुमावदार पहाड़ियां, घने जंगल और हरियाली है। अगर आप सही समय पर आए, तो नीला कुरिंजी फूल भी देख सकते हैं, जो 12 साल में एक बार खिलता है। ये फूल वेस्टर्न घाट की शान हैं। पार्क में घूमते हुए आपको ऐसा लगेगा जैसे आप नेचर की गोद में हैं। फोटोग्राफी और नेचर लवर्स के लिए ये जगह जन्नत है।
2. केडीएचपी टी म्यूजियम
मुन्नार का नाम चाय के बिना अधूरा है। अगर आप चाय के शौकीन हैं या इसके बारे में जानना चाहते हैं, तो केडीएचपी टी म्यूजियम जरूर जाएं। यहां आपको चाय की पूरी कहानी मिलेगी – कैसे इसे उगाया जाता है, कैसे बनाया जाता है, और इसके अलग-अलग फ्लेवर्स क्या हैं। ये म्यूजियम मुन्नार की हेरिटेज को दिखाता है। यहां चाय की चुस्की लेते हुए इतिहास जानना मजेदार रहेगा। बच्चों से लेकर बड़ों तक, सबके लिए ये जगह खास है।

3. मट्टुपेट्टी डैम और झील
मुन्नार से बस 13 किलोमीटर दूर है मट्टुपेट्टी डैम और झील। ये जगह इतनी खूबसूरत है कि आप यहां से हटना ही नहीं चाहेंगे। चारों तरफ पहाड़ और जंगल, बीच में शांत झील – ये सब मिलकर एक जादुई नजारा बनाते हैं। आप यहां बोटिंग कर सकते हैं, पक्षियों को देख सकते हैं या फोटो खींच सकते हैं। सुबह या शाम का वक्त यहां और भी खास होता है। फैमिली पिकनिक के लिए ये जगह एकदम सही है।
4. टॉप स्टेशन
टॉप स्टेशन मुन्नार का सबसे ऊंचा पॉइंट है, जो केरल और तमिलनाडु की सीमा पर है। यहां से घाटी और बादलों से ढके पहाड़ों का नजारा इतना शानदार है कि लगता है जैसे आप सपनों की दुनिया में हैं। सूरज उगते वक्त का नजारा तो और भी जादुई होता है। अगर आप नीला कुरिंजी फूल देखना चाहते हैं, तो ये जगह बेस्ट है। ट्रेकिंग और फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए टॉप स्टेशन एकदम परफेक्ट है। बस सुबह जल्दी पहुंच जाएं, ताकि कोहरा और सूरज का मेल देख सकें।

5. अट्टुकल वॉटरफॉल
मुन्नार से थोड़ी ही दूरी पर है अट्टुकल वॉटरफॉल। घने जंगलों और चट्टानों के बीच बहता ये झरना देखने में जितना खूबसूरत है, वहां तक का ट्रेक उतना ही मजेदार है। मानसून में ये और भी शानदार लगता है, जब पानी पूरी ताकत से बहता है। पिकनिक, फोटोग्राफी या बस नेचर का मजा लेने के लिए ये जगह बेस्ट है। थोड़ा ट्रेकिंग करना पड़ेगा, लेकिन वो मेहनत इस खूबसूरती को देखकर वसूल हो जाएगी।
मुन्नार क्यों है खास?
मुन्नार का ये अवॉर्ड सिर्फ एक सम्मान नहीं, बल्कि आज के ट्रैवल ट्रेंड्स का सबूत है। लोग अब शांति, नेचर और असली अनुभव की तलाश में हैं। मुन्नार में वो सब कुछ है – शांत माहौल, खूबसूरत नजारे, ठंडा मौसम और लोकल कल्चर। ये जगह आपको न सिर्फ रिलैक्स कराएगी, बल्कि नेचर से एक गहरा कनेक्शन भी देगी।

लेकिन इस खूबसूरती को बचाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। ज्यादा टूरिज्म से मुन्नार की नेचर और कल्चर को नुकसान हो सकता है। इसलिए जब भी आप मुन्नार जाएं, कुछ बातों का ध्यान रखें:
- कचरा न फैलाएं, खासकर प्लास्टिक।
- लोकल नियमों का पालन करें, जैसे पार्क या संरक्षित जगहों में।
- नेचर का सम्मान करें, पेड़-पौधों या जानवरों को नुकसान न पहुंचाएं।
- लोकल खाना और हैंडीक्राफ्ट्स खरीदकर स्थानीय लोगों की मदद करें।
मुन्नार जाने का सही समय
मुन्नार साल भर खूबसूरत रहता है, लेकिन अक्टूबर से मार्च का मौसम सबसे अच्छा है। इस दौरान मौसम ठंडा और सुहाना रहता है। मानसून (जून से सितंबर) में झरने और हरियाली अपने पूरे रंग में होते हैं, लेकिन बारिश के कारण ट्रेकिंग या घूमना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। सर्दियों में कोहरा और ठंडक मुन्नार को और जादुई बनाते हैं।

कैसे पहुंचें मुन्नार?
- हवाई मार्ग: सबसे नजदीकी एयरपोर्ट कोच्चि में है, जो मुन्नार से करीब 110 किलोमीटर दूर है। वहां से टैक्सी या बस ले सकते हैं।
- रेल मार्ग: नजदीकी रेलवे स्टेशन अंगमाली या अलुवा है। वहां से मुन्नार बस या टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।
- सड़क मार्ग: केरल के ज्यादातर शहरों से मुन्नार के लिए बसें और टैक्सी आसानी से मिल जाती हैं। रास्ते में खूबसूरत नजारे आपका मन मोह लेंगे।
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