'होला मोहल्ला' के लिए पूरी तरह तैयार है पंजाब

टीम ग्रासहॉपर 01-03-2023 06:23 PM My India
आनंदपुर साहिब होला मोहल्ला (8-10 मार्च) के तीन दिन के उत्सव की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है। होला मोहल्ला सिखों का एक त्योहार है जो हर साल मार्च के महीने में मनाया जाता है। यह त्योहार आमतौर पर हिंदू त्योहार होली के एक दिन बाद मनाया जाता है। इस त्योहार की शुरुआत दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह ने की थी।
होला मोहल्ला सिखों के लिए सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक त्योहार है। इसे दुनिया भर के सिख समुदाय बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाते हैं। होला मोहल्ला नगर कीर्तन से शुरू होता है, जो पंज प्यारे (पांच प्यारे) के नेतृत्व में एक जुलूस है और इसमें विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक प्रदर्शन शामिल होते हैं। जुलूस में पारंपरिक सिख मार्शल आर्ट फॉर्म गतका का प्रदर्शन भी शामिल है।
आश्चर्यजनक मार्शल आर्ट प्रदर्शन, नकली लड़ाई और जी तरह के कार्यक्रम इस त्योहार के दौरान होते हैं। सिखों का मानना है कि होला मोहल्ला का मुख्य फोकस सेवा, बहादुरी और निस्वार्थता के सिख मूल्यों को बढ़ावा देना है।

कैसे शुरू हुआ?

grasshopper yatra Image

त्योहार दसवें सिख गुरु, गुरु गोबिंद सिंह द्वारा शुरू किया गया था, जो योद्धाओं का एक समुदाय बनाना चाहते थे। ऐसे योद्धा जो न केवल युद्ध में बल्कि आत्म-अनुशासन और आध्यात्मिकता में भी कुशल थे। यह त्योहार सिख समुदाय के मूल्यों को दर्शाता है।

होला मोहल्ला योद्धा भावना, आत्म-अनुशासन और समुदाय व समानता के मूल्यों को सेलिब्रेट करता है। ये मूल्य सिख धर्म के केंद्र हैं। 

कहां मनाएं? 

आनंदपुर साहिब प्रसिद्ध होला मोहल्ला उत्सव की मेजबानी करता है। यह सिखों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल भी है और अपने गुरुद्वारों के लिए जाना जाता है।

कैसे पहुंचें?

grasshopper yatra Image

आनंदपुर साहिब एनएच 3 द्वारा चंडीगढ़, दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों से जुड़ा हुआ है। यह चंडीगढ़ से सिर्फ 80 किमी दूर स्थित है। इसका निकटतम रेलवे स्टेशन नंगल बांध रेलवे स्टेशन है, जो लगभग 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। आनंदपुर साहिब का निकटतम हवाई अड्डा चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है।

आपके पसंद की अन्य पोस्ट

कैसे प्रकट हुए थे सात ठाकुर जी? आज कहां हैं विराजमान?

इन मूर्तियों की उत्पत्ति की कथाएं चमत्कारों से भरी हैं, जो संतों की गहरी निष्ठा और ठाकुर जी के प्रति अटूट प्रेम की गवाही देती हैं।

यहां दिन में दो बार गायब होता है समुद्र

चाहे आप परिवार के साथ हों, दोस्तों के साथ या अकेले, ये जगह आपकी ट्रिप को यादगार बना देगी।

लेटेस्ट पोस्ट

गूगल मैप्स के रंगों का आसान मतलब: हरी, लाल, बैंगनी लाइनें क्या बताती हैं?

इन रंगों का मतलब समझें, ताकि आपकी अगली यात्रा मज़ेदार और आसान हो।

भारत के 5 मंदिर जहां मोबाइल फोन ले जाना मना है

अगर आप इन मंदिरों में दर्शन के लिए जा रहे हैं, तो पहले नियम जान लें, ताकि कोई परेशानी न हो।

अब फ्लाइट टिकट की कीमतों की टेंशन नहीं! 'फेयर से फुरसत' योजना बनेगी सहारा

इसका मकसद मिडिल क्लास और छोटे शहरों के लोगों के लिए हवाई यात्रा को सस्ता और आसान बनाना है।

हाइवे पर टॉयलेट की फोटो खींचें, पाएं 1000 रुपये का FASTag क्रेडिट: जानें कैसे

ये योजना कैसे काम करती है? फोटो कैसे भेजनी है? और क्या नियम हैं?

पॉपुलर पोस्ट

पुष्कर: उत्सवों को उत्साह से मनाती भगवान ब्रह्मा की ये नगरी

अरावली की पहाड़ियों से तीन ओर से घिरे राजस्थान के ह्रदय पुष्कर में एक अलग ही रंग का हिंदुस्तान बसता है। एक ऐसा हिंदुस्तान जिसे सैलानी सिर्फ देखने नहीं बल्कि उसे महसूस करने, जीने और इसकी आध्यात्मिकता में डूब जाने के लिए आते हैं।

वाइल्ड लाइफ के शौकीनों के लिए महाराष्ट्र है बेस्ट

प्लानिंग इस बार महाराष्ट्र के टाइगर रिजर्व्स को एक्सप्लोर करने की और एडवेंचर के साथ खूबसूरती को निहारने की।

भूटान घूमने का बना रहे हैं प्लान? रॉयल हाइलैंड फेस्टिवल कर रहा है इंतज़ार

भूटान गासा में रॉयल हाईलैंड फेस्टिवल की मेजबानी करने के लिए पूरी तरह तैयार है।

सितंबर में घूमने के लिए बेस्ट हैं ये जगहें

हमारा देश इतना बड़ा है कि यहां हर महीने आपको घूमने के लिए कई सुंदर जगहें मिल जाएंगी।