क्या आपने घूमा है मालगुड़ी डेज वाला गांव

अनुषा मिश्रा 18-05-2023 04:14 PM My India
अगर आप भी उन लोगों में से हैं जिनका बचपन 90 के दशक में बीता तो आपको पता होगा कि मालगुड़ी डेज हमारे लिए क्या मायने रखता है। 80 के दशक में फिल्माया गया यह शो भारत के छोटे शहरों में बचपन का पर्याय बन गया था। मालगुडी के छोटे से शहर के आसपास स्वामी और उनके दोस्तों के कारनामों को देखते हुए कभी तो आपको भी लगा होगा कि ये लोग कितनी सुंदर जगह रहते हैं। वैसे तो ये एक काल्पनिक जगह थी लेकिन इस सीरियल को जहां शूट किया गया था क्या आपको उस जगह के बारे में मालूम है?

कहां है यह जगह

वह जगह थी कर्नाटक के उडुपी शहर के पास अगुम्बे। अगुम्बे को लोग 'दक्षिण का चेरापूंजी' चेरापूंजी भी कहते हैं। यह कर्नाटक में पश्चिमी घाटों के घने वर्षावनों में बसा एक छोटा सा गांव है। यह भारत के आखिरी जीवित रेन फॉरेस्ट्स में से एक है जहां हर साल लगभग 7,000 मिमी बारिश होती है। लगभग 500 लोगों की आबादी वाला अगुम्बे उत्तरी कर्नाटक के शिमोगा जिले के तीर्थहल्ली तालुका में है। अगुम्बे यूनेस्को के विश्व धरोहर स्थल की लिस्ट में भी शामिल है।

क्या है देखने लायक?

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यह जगह अपनी बायो डाइवर्सिटी, झरनों और अरब सागर के ऊपर लाल धुंधले सूर्यास्त के लिए मशहूर है। अगुम्बे को भारत की 'कोबरा राजधानी' के रूप में भी जाना जाता है, यह सांपों की 70 से अधिक अन्य प्रजातियों का घर भी है। यह वन्यजीवन और पश्चिमी घाट की सुंदरता को निहारने के लिए भारत की सबसे अच्छी जगहों में से एक है। आप यहां कोडलु तीर्था फाल्स, अगुम्बे घाट, अगुम्बे रेन फारेस्ट रिसर्च सेंटर, सनसेट व्यू पॉइंट ज़रूर देखिएगा। 

कर सकते हैं ये एक्टिविटीज

अगुम्बे का प्रमुख आकर्षण इसके घने जंगल हैं जहां आप ट्रेकिंग, लंबी पैदल यात्रा, राफ्टिंग और बाइक की सवारी का मज़ा ले सकते हैं। सोमेश्वर वन्यजीव अभयारण्य भी बेहद सुंदर जगह है, जहां तितलियों, सांपों, हिरणों, बिच्छुओं, पतंगों और कई अन्य जानवरों की विभिन्न प्रजातियों को देखा सकता है। 

घूमने के लिए सबसे अच्छा मौसम

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यह समुद्र तल से 249 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और पश्चिमी घाटों से घिरा हुआ है, इसलिए ज़्यादातर यहां का मौसम अच्छा ही रहता है। हालांकि, अगुम्बे घूमने के लिए सबसे अच्छा मौसम मानसून के बाद और सर्दियों का है क्योंकि बारिश के बाद यह जगह और ज़्यादा हरी-भरी और सुंदर हो जाती है। बरसात के बाद के मौसम में तापमान 16 से 23 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। घने कोहरे से ढकी हरी-भरी हरियाली और ऊंचे पहाड़ों के मनोरम दृश्य को देखने का यह सबसे अच्छा समय है।

कहां ठहरें?

अगर आप अपने बचपन के सपने को जीना चाहते हैं, तो डोड्डामाने ही इकलौती ऐसी जगह है जहां आपको रहना चाहिए। हां, आप आप मालगुड़ी डेज वाले स्वामी के घर पर रह सकते हैं। घर की मालकिन कस्तूरी अक्का सभी बुनियादी सुविधाओं के साथ सभी मेहमानों का गर्मजोशी से स्वागत करती हैं। अगर आप डोड्डामेन में नहीं रहना चाहते हैं, तो भी आपके लिए अगुम्बे में कई सारे होमस्टे और होटल्स हैं जहां आप रह सकते हैं। 

कितना होगा खर्चा?

अगुम्बे में रुकने और खाने का एक व्यक्ति का हर दिन लगभग 3000 से 6000 रुपये का खर्चा होगा। आप अपने बजट के हिसाब से यहां होटल ले सकते हैं जिनका एक दिन का किराया 1000 रुपये से शुरू होकर 10,000 रुपये तक है।

अगुम्बे कैसे पहुंचें?

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अगुम्बे से मैंगलोर नज़दीकी हवाई अड्डा है जो 108 किलोमीटर दूर है। उडुपी यहां से निकटतम रेलवे स्टेशन है जो 55 किमी दूर है। इसके अलावा शिमोगा एक और नज़दीकी रेलवे स्टेशन है जो 90 किलोमीटर दूर है। अगर आप सड़क के रास्ते यहां पहुंचना चाहते हैं तो सीधे बेंगलुरु से अगुम्बे के लिए बस ले सकते हैं या तीर्थहल्ली के लिए बस ले सकते हैं और वहां से दूसरी बस ले सकते हैं जो आपको अगुम्बे तक ले जा सकती है। 

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