घर बैठे ट्रैवल करो और देखो अपना देश

टीम ग्रासहॉपर 27-04-2020 05:20 PM News
साल 2020 सर्द चादर ओढ़े बेफिक्र आगे बढ़ रहा था, दो महीने से ज्यादा समय बीत चुका था। घूमने के शौकीन या तो छुट्टियां मनाकर लौट रहे थे या फिर गर्मी की छुट्टियों की प्लानिंग कर रहे थे। इस प्लानिंग के बीच कोराना वायरस (Corona Virus) ने देश और दुनिया में घुसपैठ की, जिससे सभी के प्लान पर ब्रेक लग गया। 

अब जबकि लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हैं, ऐसे में भारत की टूरिज्म मिनिस्ट्री (Tourism Ministry) ने लोगों को घर बैठे देश घुमाने का अनोखा तरीका निकाला है। टूरिज्म मिनिस्ट्री ने इंक्रेडिबल इंडिया (Incredible India) के बैनर तले देखो अपना देश (Dekho Apna Desh) नाम से ऑनलाइन सीरीज (Online Series) की शुरुआत की है। इसके तहत टूर ऑपरेटर्स (Tour Operators) विभिन्न राज्यों के अलावा कम चर्चित टूरिस्ट डेस्टिनेशन (Tourist Destination) और वहां की खासियत के बारे में विस्तार में बताएंगे। 

वेबिनार के जरिए दिखेग नॉर्थ ईस्ट और लखनऊ

डिजिटल इंडिया लर्निंग (Digital India Learning) यू-ट्यूब (You Tube) चैनल के जरिए आयोजित होने वाले वेबिनार (Webinar) देखो अपना इंडिया (Dekho Apna India) को टूरिज्म मिनिस्ट्री (Tourism Ministry) की एडिशनल डायरेक्टर जनरल रुपिंदर बरार द्वारा होस्ट किया जाता है। अभी तक इसमें वाराणसी (Varansai), लखनऊ (Lucknow) से लेकर नॉर्थ ईस्ट (North East) और लद्दाख (Laddakh) जैसे राज्यों के बारे में बताया जाएगा। इस ऑनलाइन सीरीज के तहत लोग वाराणसी फोटोवॉक के जरिए शहर के इतिहास (History) से लेकर वहां की संस्कृति (Culture), खान-पान और रोज शाम को होने वाली आरती के बारे में जान सकते हैं।

ऐसे ही यूपी की राजधानी और किसी समय पर अवध की राजधानी रही लखनऊ (Lucknow) के बारे में ट्रैवल एक्सपर्ट प्रतीक हीरा, शेफ पंकज भदौरिया व अन्य लोगों से जान सकते हैं। इसमें खाने के लिए मश्हूर लखनऊ के पुराने शहर की वेज और नॉन वेज डिशेज (Veg – Non Veg dishes) से लेकर इमामबाड़ा (Imambara) के इतिहास और चिकनकारी के बारे में कई मजेदार किस्से जानने को मिलेंगे, जिसमें मिर्जा गालिब (Mirza Ghalib) से लेकर अंग्रेजों का जिक्र जुड़ा है।

हर बेविनार की अलग तस्वीर

देखो अपना देश (Dekho Apna Desh) टैगलाइन को सफल बनाने के लिए टूरिज्म मिनिस्ट्री (Tourism Ministry) अपने हर वेबिनार (Webinar) में कुछ अलग अनुभव से रूबरू कराने की कोशिश कर रही है। जैसे कि दिल्ली शहर को लेकर डेस्टिनेशन, डिस्कवरी एंड अवेयरनेस नाम से किए गए वेबिनार में आपको मोहम्मद गौरी (Mohammad Ghori) और पृथ्वीराज चौहान (Prithviraj Chauhan) के बीच तराइन में हुए पहले युद्द का जिक्र मिलेगा, जिसमें गौरी को हराने के बाद पत्र लिखा था कि अपने देश वापस चले जाओ लेकिन कैसे दोबारा गौरी ने आक्रमण किया।

साथ ही यहां पृथ्वीराज चौहान (Prithviraj Chauhan) और संयोगिता की प्रेम कहानी को लेकर कुछ किस्से भी सुनने को मिलेंगे, जिसे चंदबरदाई ने लिखा है। इसके अलावा दिल्ली (Delhi) में महरौली आर्कियोलॉजिकल पार्क (Mehrauli Geologocal Park) का भी जिक्र है। इतना ही नहीं दिल्ली के प्रसिद्ध कुतुम मीनार (Qutub Minar) के पीछे की कहानी भी आप जान सकते हैं। इतना ही नहीं दिल्ली के हौज खास (Hauz Khas) और शाहपुर जाट गांव के बारे में जान सकेंगे, जहां भारत के बड़े एंब्रॉयडरी सेंटर हैं। और हां, दिल्ली के सीरी के बारे में सुनना मत भूलिएगा। स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) वाला नहीं दिल्ली (Delhi) वाला सीरी।

पर्यटन मंत्री भी शामिल हुए वेबिनार में

विश्व धरोहर दिवस (World Heritage Day) के अवसर पर मामल्लापुरम (Mamallapuram) को लेकर देखो अपना देश (Dekho Apna Desh) थीम के तहत हुए वेबिनार आयोजित किया गया। इसमें पांड्या, चोल, सातवाहन, चालुक्य व अन्य शाशकों के जिक्र के साथ ही देश की ऐतिहासिक व धार्मिक धरोहरों का जिक्र किया गया। इस दौरान वेबिनार के जरिए पर्यटन मंत्री प्रहलाद पटेल (Tourism Minister Prahalad Patel) भी चर्चा में शामिल हुए।

प्रहलाद पटेल ने बताया कि हमारी कोशिश भारतीय संस्कृति को लेकर लोगों को और जागरूक करने की है। इसमें खासतौर पर मौखिक ट्रेडिशन (Oral Tradition), परफॉर्मिंग आर्ट (Performing Art) और प्राकृतिक दुनिया के बारे में हमारी जानकारी जैसी चीजें शमिल हैं। मामल्लापुरम (Mamallapuram) के इस वेबिनार में तमिलनाडु (Tamilnadu) के मंदिरों से लेकर सातवीं शताब्दी में बने लाइटहाउस के बारे में विस्तार से बताया गया है, जिनका इस्तेमाल हाथी और जवाहरात से भरे जहाजों को दिशा दिखाने के लिए किया जाता था। 

जो पीछे छूट गए उन्हें साथ लेने की पहल

घूमने वाली जगह सभी के लिए हैं। देखो अपना देश (Dekho Apna Desh) के एक वेबिनार की यह भी थीम है। इसके जरिए उन लोगों को भी जोड़ने की कोशिश की गई है, जो सुन या बोल नहीं सकते। इस भाग में शिवॉय शर्मा ने साइन लैंग्वेज के जरिए नेहा अरोड़ा द्वारा की गई पहल को लोगों तक पहुंचाने की कोशिश की।

प्लैनेट एबल्ड टॉकिंग नाम से इस पहल करने वाली नेहा, दिव्यांगों को अलग-अलग टूरिस्ट डेस्टिनेशन पर घुमाने ले जाती हैं। उनकी इस पहल से दुनियाभर में 15 देशों के 3 हजार से लोग 40 से अधिक टूरिस्ट डेस्टिनेशन (Tourist Destination) का घूम चुके हैं।

यही वजह है कि वेबिनार को संचालित कर रहीं रुपिंदर बरार ने का कि आइए हम यह सुनिश्चित करें कि दुनिया की खूबसूरती महज इसलिए न छूट जाए क्योंकि हम ज्यादा तेज चले और वो पीछे छूट गए, जो हमारी रफ्तार के साथ नहीं चल पाए। ऐसे में अपने अभिभावकों अगली बार छुट्टियों में घुमाने जरूर ले जाइए। बता दें कि देखो अपना देश लॉकडाउन (Lockdown) के बाद भी इसे जारी रखने पर विचार किया जा रहा है। 

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