जोगेश्वरी गुफा: मंदिर से जुड़ी आस्था

टीम ग्रासहॉपर 03-06-2020 03:43 PM My India

एक तरह से महाराष्ट्र गुफाओं का केन्द्र कहा जा सकता हैं। यहां छोटी-बड़ी मिलाकर तमाम गुफाएं हैं। जिनमें अजंता-एलोरा की गुफाएं तो पूरे विश्व में अपनी शानदार वास्तुकला के चलते प्रसिद्ध हैं। महाराष्ट्र में जोगेश्वरी गुफा मुंबई शहर के गोरेगांव स्टेशन से करीब 30 किलोमीटर दक्षिण में अंबोली गांव में मौजूद है। ये एक तरह का गुफा मंदिर भी है। इसमें प्रवेश करते ही आपको मूर्तियां देखने को मिल जाएंगी। इसमें तमाम मूर्तियां जोगेश्वरी माता, हनुमान और गणेश भगवान की हैं।

धार्मिक महत्व के चलते भक्त इस गुफा में अपनी ओर से भी मूर्तियां स्थापित कर देते हैं। गुफा के अंदर आने वाले दर्शक इसकी भव्यता देखकर आश्चर्यचकित हो जाते हैं। गुफा के अंदर बने विशाल स्तम्भ भी हैं, जिनके ऊपर गुफा टिकी हुई है। बताया जाता है कि यह गुफा करीब 1500 साल पुरानी है। समय का प्रभाव इस गुफा पर अधिक पड़ा है, जिसकी वजह से अधिकांश मूर्तियां अपने प्राचीन स्वरूप में नहीं बची हैं।



जानें इतिहास

जोगेश्वरी की गुफाओं की खुदाई करीब 520 से 550 ईसवी के बीच मानी जाती है। इतिहासकारों के अनुसार ये भारत की सबसे पहली हिन्दू गुफा मंदिर है। इस गुफा को मंदिर के समूहों के रूप में बनाने का प्रयास किया गया था। बताते हैं कि यहां सबसे पहले पांडव पहुंचे थे, उन्होंने इस गुफा में शरण ली थी। पहाड़ों को काटकर बनाई गई ये गुफा कोंडिविटा गांव के पास होने के चलते कोंडिविटा गुफा के नाम से भी जानी जाती है। यहीं एक महाकाली का पुराना मंदिर होने की वजह से इसे महाकाली गुफा भी कहा जाता है। इसको देखकर ये अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्राचीनकाल में ये बौद्ध भिक्षुओं का निवास स्थल रही होगी। शिल्पकला के मामले में ये महाराष्ट्र की ही एलीफेंटा की कुछ गुफाओं से मेल खाती है।

कैसे पहुंचें

यहां पहुंचना काफी आसान है। पहले आप मुंबई आ सकते हैं, जहां के लिए आपको भारत के हर प्रमुख शहर से ट्रेन और हवाई उड़ाने मिल जाएंगी। जोगेश्वरी गुफा गोरेगांव के पास में है, जहां रेलवे स्टेशन भी है। और पास में ही छत्रपति शिवाजी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट और जुहू एयरपोर्ट भी है। मुंबई पहुंचकर यहां आने के लिए ट्रेन, बस, टैक्सी भी मिल जाएंगी।

आसपास घूमें

अगर आप महाराष्ट्र के अंबोली गांव में हैं तो केवल जोगेश्वरी गुफा तक ही सीमित न रहें। यहां आसपास तमाम ऐसी खूबसूरत जगहें हैं, जहां आप घूम सकते हैं।

अंबोली घाट वॉटरफाल:

ये जगह इतनी खूबसूरत है, जिसे देखकर लगता है मानो प्रकृति यहां के कण-कण में रची-बसी हो। सीढ़ियों पर गिरता झरना मनमोहक है, जिसे देखने जाया जा सकता है। यहां आने वाले टूरिस्ट इसकी सीढ़ियों से चलते हुए इसे पार करते हैं, जो उनके लिए अनोखा अनुभव होता है।

अंबोली सनसेट प्वाइंट:

ये गांव इतना खूबसूरत है, जिसकी हरियाली देखकर आपको उत्तराखंड और हिमाचल के पहाड़ भी याद आ जाएंगे। यहां एक सनसेट प्वाइंट हैं, जहां से खड़े होकर ढलते सूरज को देखना अद्भुत अहसास है।

आपके पसंद की अन्य पोस्ट

सितंबर में घूमने के लिए बेस्ट हैं ये जगहें

हमारा देश इतना बड़ा है कि यहां हर महीने आपको घूमने के लिए कई सुंदर जगहें मिल जाएंगी।

मेरी यात्राएं हमेशा मुझे मेरे और करीब लाती हैं

हर किसी की जिंदगी में यात्राओं के मायने अलग होते हैं। कोई नई जगहों को देखना चाहता है तो कोई कुछ नया सीखना चाहता है, लेकिन मेरी लिए यात्राएं हमेशा मुझे खुद से मिलाती हैं।

लेटेस्ट पोस्ट

इतिहास का खजाना है यह छोटा सा शहर

यहां समय-समय पर हिंदू, बौद्ध, जैन और मुस्लिम, चार प्रमुख धर्मों का प्रभाव रहा है।

लक्षद्वीप : मूंगे की चट्टानों और खूबसूरत लगूंस का ठिकाना

यहां 36 द्वीप हैं और सभी बेहद सुंदर हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 10 द्वीप ही ऐसे हैं जहां आबादी है।

नए साल का जश्न मनाने के लिए ऑफबीट डेस्टिनेशन्स

वन्यजीवन के बेहतरीन अनुभवों से लेकर संस्कृति, विरासत और प्रकृति तक, इन जगहों में सब कुछ है।

विश्व पर्यटन दिवस विशेष : आस्था, श्रद्धा और विश्वास का उत्तर...

मैं इतिहास का उत्तर हूं और वर्तमान का उत्तर हूं…। मैं उत्तर प्रदेश हूं।

पॉपुलर पोस्ट

घूमने के बारे में सोचिए, जी भरकर ख्वाब बुनिए...

कई सारी रिसर्च भी ये दावा करती हैं कि घूमने की प्लानिंग आपके दिमाग के लिए हैपिनेस बूस्टर का काम करती है।

एक चाय की चुस्की.....एक कहकहा

आप खुद को टी लवर मानते हैं तो जरूरी है कि इन सभी अलग-अलग किस्म की चायों के स्वाद का मजा जरूर लें।

घर बैठे ट्रैवल करो और देखो अपना देश

पर्यटन मंत्रालय ने देखो अपना देश नाम से शुरू की ऑनलाइन सीरीज। देश के विभिन्न राज्यों के बारे में अब घर बैठे जान सकेंगे।

लॉकडाउन में हो रहे हैं बोर तो करें ऑनलाइन इन म्यूजियम्स की सैर

कोरोना महामारी के बाद घूमने फिरने की आजादी छिन गई है लेकिन आप चाहें तो घर पर बैठकर भी इन म्यूजियम्स की सैर कर सकते हैं।