विश्व पर्यटन दिवस 2025: भारत के 10 शानदार इको-फ्रेंडली स्पॉट्स

विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है, और 2025 का थीम है "टूरिज्म एंड सस्टेनेबल ट्रांसफॉर्मेशन"। ये थीम पर्यटन को पर्यावरण के अनुकूल बनाने और स्थानीय समुदायों को मजबूत करने पर जोर देती है। भारत जैसे विविध देश में इको-फ्रेंडली पर्यटन का चलन तेजी से बढ़ रहा है, जहां कुदरती खूबसूरती को बचाते हुए घूमने का मजा लिया जा सकता है। हम आपको भारत की टॉप 10 इको-फ्रेंडली जगहों की लिस्ट दे रहे हैं। ये जगहें न सिर्फ खूबसूरत हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण, कम्युनिटी बेस्ड टूरिज्म और सस्टेनेबल प्रैक्टिसेज पर फोकस करती हैं। अगर आप प्रकृति प्रेमी हैं और जिम्मेदारी से घूमना चाहते हैं, तो ये जगहें आपके लिए परफेक्ट हैं।
1. थेनमाला, केरल

केरल का थेनमाला भारत का पहला प्लान्ड इको-टूरिज्म सेंटर है। ये जगह वेस्टर्न घाट के घने जंगलों में बसी है, जहां पर्यावरण को बचाते हुए घूमने का लुत्फ उठाया जा सकता है। यहां ट्रीटॉप वॉक और नेचर ट्रेल्स जैसे अनुभव हैं, जो जंगल की देखभाल और संरक्षण से जुड़े हैं। ये जगह वाइल्डलाइफ और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है।
2. मावलिनॉन्ग, मेघालय
मावलिनॉन्ग को एशिया का सबसे साफ गांव कहा जाता है। ये मेघालय का एक छोटा सा गांव है, जहां कम्युनिटी लेड टूरिज्म का शानदार उदाहरण देखने को मिलता है। यहां बांस के डस्टबिन, रेनवॉटर हार्वेस्टिंग और वेस्ट मैनेजमेंट जैसी प्रैक्टिसेज हैं, जो गांव को हरा-भरा रखती हैं।
3. स्पीति वैली, हिमाचल प्रदेश

स्पीति वैली हिमाचल का कोल्ड डेजर्ट है, जहां गार्बेज मैनेजमेंट, ग्रीनहाउस और रिन्यूएबल एनर्जी जैसे इको-फ्रेंडली कदम उठाए जाते हैं। लोकल और मठ वाले पर्यटकों को सस्टेनेबल नॉर्म्स फॉलो करने के लिए प्रेरित करते हैं। ये वैली अपनी ऊंची पहाड़ियों और शांत माहौल के लिए जानी जाती है।
4. कूर्ग (कोडागु), कर्नाटक
वेस्टर्न घाट में बसा कूर्ग कॉफी प्लांटेशन्स के लिए मशहूर है। यहां ऑर्गेनिक फार्मिंग और इको-फ्रेंडली कल्टीवेशन प्रैक्टिसेज को बढ़ावा दिया जाता है। गाइडेड टूर्स में सस्टेनेबल फार्मिंग के तरीके सीखने का मौका मिलता है, जो इसे खास बनाता है।
5. सिक्किम

सिक्किम भारत का पहला पूरी तरह ऑर्गेनिक स्टेट है। यहां खंगचेंडजोंगा नेशनल पार्क यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है, जहां रेड पांडा और स्नो लेपर्ड जैसे दुर्लभ जानवर पाए जाते हैं। सस्टेनेबल ट्रेकिंग और कल्चरल इमर्शन की सुविधा इसकी खासियत है।
6. माजुली, असम
माजुली दुनिया का सबसे बड़ा रिवर आइलैंड है। यहां सिंगल-यूज प्लास्टिक बैन है, और कम्युनिटी ड्रिवन टूरिज्म होता है। सतरा (वैष्णव मठ) और बायो-डायवर्सिटी इसकी खूबसूरती को बढ़ाते हैं। ये आइलैंड अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर है।
7. काजीरंगा नेशनल पार्क, असम

काजीरंगा वन-हॉर्न्ड राइनो का घर है और इकोलॉजिकल सफारी का मॉडल है। एथिकल सफारी और कंजर्वेशन प्रोजेक्ट्स इसे पर्यावरण के लिए सुरक्षित बनाते हैं। ये पार्क अपनी जैव विविधता और जंगली जानवरों के लिए जाना जाता है।
8. हैवलॉक और नील आइलैंड्स, अंडमान
ये आइलैंड्स कोरल रीफ्स और नो-प्लास्टिक जोन्स के लिए मशहूर हैं। रीफ-सेफ डाइविंग और कंपोस्ट टॉयलेट्स जैसे कदम इसे इको-फ्रेंडली बनाते हैं। समुद्री जीवन और प्राकृतिक सुंदरता इन आइलैंड्स की पहचान है।
9. चोपता, उत्तराखंड

चोपता सस्टेनेबल होमस्टे और इको-फ्रेंडली ट्रेकिंग रूट्स के लिए जाना जाता है। तुंगनाथ ट्रेक और चंद्रशिला पीक की ऊंची पहाड़ियां इसे खास बनाती हैं। ये जगह हिमालय की गोद में बसी शांत और हरी-भरी है।
10. मुनार, केरल
मुनार की टी प्लांटेशन्स और इको-रिजॉर्ट्स सस्टेनेबल टूरिज्म का उदाहरण हैं। ऑर्गेनिक टी टूर्स और नेचर वॉक इसकी खासियत हैं। पहाड़ों और चाय के बागानों से घिरी ये जगह प्राकृतिक सुंदरता का खजाना है।
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