अगले महीने खुलेगा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जानें इसके बारे में सबकुछ

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का इंतजार खत्म होने वाला है। ये एयरपोर्ट नेशनल कैपिटल रीजन (एनसीआर) में दिल्ली के इंदिरा खबरों के मुताबिक, एयरपोर्ट का उद्घाटन 30 अक्टूबर को होगा। उसके बाद 45 दिनों के अंदर पैसेंजर सर्विसेज शुरू हो जाएंगी। शुरुआत में ये एयरपोर्ट करीब 10 बड़े मेट्रो शहरों से जुड़ेगा। ये खबर यूनियन सिविल एविएशन मिनिस्टर किंजरापु रममोहन नायडू ने दी है। उन्होंने कहा कि मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर और कोलकाता जैसे शहर पहले कनेक्ट होंगे। इंडिगो और अकासा एयर जैसी एयरलाइंस ने पहले से ही एग्रीमेंट साइन कर लिया है। अगर आप दिल्ली-एनसीआर में रहते हैं और ट्रैवलर हैं, तो ये एयरपोर्ट आपके लिए गेम चेंजर साबित होगा।
नोएडा एयरपोर्ट का बैकग्राउंड
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जिसे जेवर एयरपोर्ट भी कहते हैं, यमुना एक्सप्रेसवे के पास जेवर में बन रहा है। ये ग्रामीण इलाके में है, लेकिन दिल्ली से सिर्फ 75 किलोमीटर दूर। पहले ये एयरपोर्ट सितंबर 2024 में खुलने वाला था। अब 30 अक्टूबर 2025 को उद्घाटन होगा और नवंबर-दिसंबर तक फ्लाइट्स शुरू हो जाएंगी। पहले फेज में एक रनवे और एक टर्मिनल होगा, जो सालाना 12 मिलियन पैसेंजर्स हैंडल कर सकेगा। भविष्य में ये 70 मिलियन तक पहुंचेगा। यह कार्गो फ्लाइट्स के लिए भी बड़ा पोटेंशियल है। एयरपोर्ट का कॉन्सेशनेयर यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) है, जो स्विस कंपनी जोहान वोल्फगांग वॉन गोएथे का हिस्सा है।

सिक्योरिटी क्लियरेंस भी हो चुका है। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) ने 15 सितंबर को एयरसाइड सिक्योरिटी क्लियरेंस दिया। अब डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) का इंस्पेक्शन बाकी है। एयरपोर्ट में 350 से ज्यादा CCTV कैमरे, इलेक्ट्रिक फेंसिंग और 24x7 मॉनिटरिंग सिस्टम है। ऑपरेशनल रेडिनेस के लिए ORAT प्रोग्राम चल रहा है, जिसमें ट्रायल रन, स्टाफ ट्रेनिंग और सिस्टम टेस्ट हो रहे हैं। बैगेज सिस्टम, चेक-इन काउंटर, सिक्योरिटी स्कैनर सब टेस्ट हो चुके हैं। दिसंबर 2024 में इंडिगो ने वैलिडेशन फ्लाइट भी की थी। देरी के लिए UP गवर्नमेंट ने YIAPL पर रोज 10 लाख रुपये का पेनल्टी लगाया था।
यहां से किन शहरों की फ्लाइट्स मिलेंगी?
शुरुआती फेज में एयरपोर्ट 10 मेट्रो शहरों से कनेक्ट होगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, मुंबई, हैदराबाद, बैंगलोर, कोलकाता पहले कनेक्ट होंगे। इंडिगो और अकासा एयर जैसी एयरलाइंस इन रूट्स पर फ्लाइट्स चलाएंगी। कुछ रिपोर्ट्स में लखनऊ, देहरादून, हलेबिड़ी (हुबली) का भी जिक्र है। इंटरनेशनल फ्लाइट्स बाद में शुरू होंगी, लेकिन कुछ सोर्सेज में सिंगापुर, दुबई और ज्यूरिख का नाम आया है। कार्गो के लिए दो फ्लाइट्स भी होंगी।

1. मुंबई
मुंबई से नोएडा एयरपोर्ट का कनेक्शन सबसे पहले होगा। इंडिगो और अकासा एयर यहां फ्लाइट्स चलाएंगी। फ्लाइट टाइम करीब 2 घंटे का होगा। बिजनेस ट्रैवलर्स के लिए ये रूट पॉपुलर रहेगा।
2. हैदराबाद
हैदराबाद IT हब है और यहां से नोएडा का कनेक्शन सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल्स के लिए अच्छा होगा। फ्लाइट टाइम 2 घंटे से कम। रिपोर्ट्स कहती हैं कि ये इनिशियल फेज का हिस्सा है।
3. बैंगलोर
बैंगलोर सिलिकॉन वैली ऑफ इंडिया है। यहां से फ्लाइट्स IT और स्टार्टअप वालों के लिए सुविधाजनक होंगी। फ्लाइट टाइम करीब 2.5 घंटे। ये भी पहले कनेक्ट होने वाले शहरों में शामिल है।
4. कोलकाता
कोलकाता ईस्टर्न इंडिया का गेटवे है। यहां से फ्लाइट्स बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर राज्यों के ट्रैवलर्स को फायदा देंगी। फ्लाइट टाइम 2 घंटे। मिनिस्टर ने इसे मेन रूट बताया है।
5. लखनऊ
लखनऊ UP की राजधानी है और नोएडा से करीब है। लोकल फ्लाइट्स यहां के लोगों के लिए आसान ट्रैवल देंगी। फ्लाइट टाइम सिर्फ 45 मिनट।
6. देहरादून
देहरादून हिल स्टेशन और उत्तराखंड का गेटवे है। यहां से फ्लाइट्स टूरिस्ट्स और लोकल्स के लिए अच्छी होंगी। फ्लाइट टाइम 1 घंटे से कम।
7. हुबली (हलेबिड़ी)
हुबली कर्नाटक का महत्वपूर्ण शहर है। यहां से फ्लाइट्स साउथ इंडिया कनेक्टिविटी बढ़ाएंगी। फ्लाइट टाइम 2.5 घंटे।
बाकी दो शहरों के बारे में स्पष्ट डिटेल्स नहीं हैं, लेकिन रिपोर्ट्स कहती हैं कि ये सभी मेट्रो और टियर-1 शहर होंगे। इंटरनेशनल के लिए सिंगापुर, दुबई और ज्यूरिख जैसे रूट्स बाद में शुरू होंगे। कुल मिलाकर, ये कनेक्शन एनसीआर को बाकी भारत से जोड़ेंगे और ट्रैफिक कम करेंगे।

एयरपोर्ट की खासियतें
फर्स्ट फेज में 13 सिक्योरिटी लेन, ऑटोमेटेड बैगेज स्क्रीनिंग, फुल-बॉडी स्कैनर और वॉक-थ्रू डिटेक्टर होंगे। एयरपोर्ट क्राइम प्रिवेंशन थ्रू एनवायरनमेंटल डिजाइन (CPTED) प्रिंसिपल्स पर बना है। स्टाफ को एविएशन सिक्योरिटी ट्रेनिंग दी गई है। एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर में AAI इक्विपमेंट लगा रही है। एयरपोर्ट के आसपास एरोट्रॉपोलिस बनेगा, जिसमें लॉजिस्टिक्स हब, फिल्म सिटी और इंडस्ट्रियल पार्क होंगे। ये 1 लाख जॉब्स क्रिएट करेगा।
ट्रैवल टिप्स
- कैसे पहुंचें? एयरपोर्ट यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ा है। दिल्ली से 75 किमी, नोएडा से 50 किमी। UPSRTC और हरियाणा रोडवेज की बसें चलेंगी। रैपिड रेल कॉरिडोर 2030 तक आएगा। अभी टैक्सी या प्राइवेट कार यूज करें।
- बुकिंग: फ्लाइट बुकिंग IRCTC या एयरलाइन ऐप्स पर। शुरुआत में डिमांड ज्यादा होगी, तो जल्दी बुक करें।
- सुरक्षा: एयरपोर्ट में सख्त सिक्योरिटी होगी। लिक्विड रूल्स और ID चेक का ध्यान रखें।
- कनेक्टिविटी: एयरपोर्ट से मेट्रो (ग्रेटर नोएडा-नोएडा एयरपोर्ट मेट्रो) प्लान है, लेकिन अभी बस और टैक्सी ही ऑप्शन।
- बजट: शुरुआती फ्लाइट्स सस्ती हो सकती हैं, लेकिन ट्रैफिक बढ़ने पर किराया बढ़ेगा। कार्गो के लिए बिजनेस ऑपर्चुनिटी है।
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