सावन के महीने में करें भगवान शिव के इन मंदिरों में दर्शन

भगवान शिव की महिमा अपरंपार है। वे अपने भक्तों को सुखी और आनंदमय वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद देने के लिए जाने जाते हैं। भगवान शिव के भक्त अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए उनकी उपासना करते हैं। हिंदुओं की धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान शिव सर्वोच्च शक्ति हैं, जिन्होंने भारतीय संस्कृति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पौराणिक कथाओं में उन्हें कहीं भोले नाथ बताया गया है तो कहीं अपनी भक्तों की रक्षा के लिए उनके उग्र रूप को दर्शाया गया है। भारत के विभिन्न राज्यों में भगवान शिव की अलग-अलग रूपों में पूजा की जाती है। यही कारण है; भारत में भगवान शिव के कई मंदिर हैं। सावन के महीने को भगवान शिव का महीना माना जाता है और शिवलिंगम की पूजा की जाती है। इस विशेष महीने में लोग महादेव का अभिषेक करते हैं, उनके लिए व्रत रखते हैं। इस महीने में भगवान शंकर के दर्शन करने लिए भारत में कई शिव मंदिर हैं। इनमें से कुछ खास मंदिरों के बारे में आज हम आपको बता रहे हैं।
बृहदीश्वर मंदिर, तंजावुर

भगवान शिव को समर्पित, बृहदीश्वर मंदिर तंजावुर में सबसे बड़े हिंदू मंदिरों में से एक है। यह पूरी तरह से द्रविड़ वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। मंदिर में एक विशाल स्तंभयुक्त गलियारा और भारत के सबसे बड़े शिव लिंगों में से एक है। यह मंदिर अपनी मूर्तिकला की उत्कृष्टता के लिए जाना जाता है। यहां पीतल के नटराज, शिव मंदिर में नंदी, देवी पार्वती, भगवान कार्तिकेय, भगवान गणेश, सभापति, दक्षिणामूर्ति, चंदेश्वर, वाराही के मंदिर भी हैं। यह न केवल दक्षिण भारत के लोकप्रिय शिव मंदिरों में से एक है, बल्कि तमिलनाडु में सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटक आकर्षणों में से भी एक है।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग, जामनगर

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर भारत के सबसे प्रतिष्ठित शिव मंदिरों में से एक है, जो भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर में दर्शन करने के लिए पूरी दुनिया से शिव भक्तों का मेला लगा रहता है । गुजरात में सौराष्ट्र क्षेत्र के तट पर द्वारका शहर और बेट द्वारका द्वीप के बीच स्थित, यह महत्वपूर्ण भगवान शिव मंदिर है। यहां बैठे हुए भगवान शिव की 25 मीटर ऊंची मूर्ति है। यहां तालाब के साथ एक विशाल बगीचा है, जो इस शांत जगह का प्रमुख आकर्षण है।
रामनाथस्वामी मंदिर, रामेश्वरम

भारत के तमिलनाडु राज्य के रामेश्वरम द्वीप में स्थित, रामनाथस्वामी मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से एक है। इस शिव मंदिर का विस्तार 12वीं शताब्दी के दौरान पांड्य राजवंश द्वारा किया गया था, और इसके मुख्य मंदिर के गर्भगृह का जीर्णोद्धार जाफना साम्राज्य के जेयावीरा सिंकैयारियन और उनके उत्तराधिकारी गुनावीरा सिंकैयारियन द्वारा किया गया था। भारत के सभी हिंदू मंदिरों के बीच इस मंदिर का सबसे का गलियारा सबसे लंबा है। भारत की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है भगवान शिव का यह मंदिर।
लिंगराज मंदिर, भुवनेश्वर

लिंगराज मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह भुवनेश्वर शहर का सबसे प्रमुख स्थल है और राज्य का एक प्रमुख आकर्षण भी है। मंदिर में एक सेंटर टावर है जो 180 फीट ऊंचा है। यह मंदिर कलिंग वास्तुकला के सार का प्रतीक है और शहर की वास्तुकला परंपराओं की पूरी कहानी कहता है। देउला शैली में निर्मित, मंदिर के चार प्रमुख घटक हैं, विमान (गर्भगृह वाली संरचना), जगमोहन (सभा कक्ष), नटमंदिर (उत्सव हॉल) और भोग-मंडप (प्रसाद का हॉल)। मंदिर परिसर में लगभग 50 मंदिर हैं और यह एक विशाल परिसर की दीवार से घिरा हुआ है। भगवान शिव के अनुयायियों को एक बार यहां जरूर आना चाहिए।
मंगुएशी मंदिर , गोवा

भगवान शिव के अवतार, भगवान मंगुएश को समर्पित, मंगुएशी मंदिर गोवा के सबसे अधिक देखे जाने वाले मंदिरों में से एक है। यह गोवा में पोंडा तालुक के मंगेशी गांव में स्थित है। मंदिर के मुख्य देवता की पूजा यहां शिवलिंग के रूप में की जाती है, जो इसे भगवान शिव के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक बनाता है। मंदिर में दर्शनार्थियों को दर्शन के दौरान ड्रेस कोड का पालन करना होगा। मंदिर परिसर में देवी पार्वती और भगवान गणेश भी स्थापित हैं। इस मंदिर में कई अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी हैं।
आपके पसंद की अन्य पोस्ट

अपने हैंडलूम के लिए मशहूर शहरों का सफर
हमारे देश में ऐसे कई शहर हैं जो हथकरघा की कलात्मक विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं।

दुनिया की सबसे ऊंची मोटोरेबल रोड का अपना ही रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा है लद्दाख
यह सड़क 19,400 फीट की ऊंचाई पर दुनिया की सबसे ऊंची मोटर से जाने लायक सड़क का गौरव हासिल कर लेगी।