भारत की 10 सबसे सुंदर घाटियां
गुरेज़ वैली
इस घाटी की सबसे खास बात यह है कि अभी भी यहां टूरिस्ट्स बहुत कम आते हैं। यह सुंदर और सुकून भारी घाटी किशन-गंगा नदी के तट पर है। भीड़ कम होने की वजह से यहां की कुदरती खूबसूरती आज भी एकदम अनछुई लगती है। यहां के बैकड्रॉप में ऊंचे-ऊंचे पहाड़ अल्पाइन के जंगल बेहद सुंदर लगते हैं। घास के मैदानों के साथ हरी-भरी घाटी में कुछ समय बिताने की ख्वाहिश तो आप यहां आ सकते हैं।
नुब्रा घाटी, लद्दाख
केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में की नुब्रा घाटी हिमालय श्रृंखला के इस हिस्से में सबसे लोकप्रिय घाटियों में से एक है। नुब्रा वैली का ठंडा रेगिस्तान बैक्ट्रियन ऊंटों का घर है। इन्हें देखना और इनके साथ तस्वीरें लेना अपने आप मे एक अद्भुत अनुभव है। यहां का दिन जितना सुंदर होता है रात उतनी ही हसीन। एक दम साफ आसमान के नीचे लेटकर तारों को देखना आपके लिए यादगार साबित होगा। अगर आपको स्टारगेजिंग का शौक है, तब तो यहां आना बनता है।
गुलमर्ग घाटी, कश्मीर
गुलमर्ग यानी फूलों का मैदान। यहां आएंगे तो आपको लगेगा कि यह जगह अपने नाम को पूरी तरह जस्टिफाई करती है। घाटी की प्राकृतिक सुंदरता न केवल भारत बल्कि दुनिया भर से पर्यटकों को आकर्षित करती है। गर्मियों में, गुलमर्ग हरी घास के मैदानों में बदल जाता है जहां हर जगह जंगली फूलों की किस्में उगती हैं और सर्दियों में, गुलमर्ग एक कमाल का स्कीइंग पॉइंट बन जाता है। यह जगह साल भर देखने लायक रहती है।
दारमा घाटी, उत्तराखंड
उत्तराखंड की सबसे खूबसूरत घाटियों में से एक, दारमा घाटी एक ऐसी जगह है, जिसे आपको ज़िन्दगी में एक बार तो ज़रूर देखना चाहिए। उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित, दारमा घाटी खूबसूरत पहाड़ों, जंगली फूलों के घास के मैदान और सुंदर गांवों का घर है। यहां 12 गांव हैं जिनमें 1000 से भी कम लोग रहते हैं। यहां के लोग पशुपालन के साथ-साथ आलू, कुट्टू और ऑर्किड की खेती करते हैं। अगर आपकी ऑर्किड के फूलों से भरे खेत देखने की ख्वाहिश है तो आप यहां ज़रूर आएं।
स्पीति घाटी, हिमाचल प्रदेश
कुदरत के बीच एकांत चाहने वालों के लिए स्पीति जन्नत के दरवाजे की तरह है। ये साफ, सुंदर घाटी हर साल हजारों टूरिस्ट्स की इंस्टाग्राम रील्स का हिस्सा बनती है। स्पीति की सीमा उत्तर में लद्दाख, पूर्व में तिब्बत, दक्षिण-पूर्व में किन्नौर और उत्तर में कुल्लू घाटी से लगती है। हिमाचल प्रदेश की यह ठंडी, रेगिस्तानी घाटी देवदार के जंगलों, हरी घास के मैदानों, खूबसूरत मठों और गांवों से भरी हुई है जो आपको पूरी तरह से अपनी खूबसूरती के मोह में बांध लेगी।
पार्वती घाटी, हिमाचल प्रदेश
यंगस्टर्स और इंटरनेशनल टूरिस्ट्स की भारत की पसंदीदा घाटियों में से एक है पार्वती घाटी। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की पार्वती घाटी अपने साइकेडेलिक ट्रान्स फेस्टिवल्स, हिप्पी कैफ़े और यहां के गांवों में उगाए जाने वाले हैश के लिए जानी जाती है (हालांकि यह भारत में अवैध है)। यहां के नजारे भी लाजवाब हैं। यहां हिमालय की ऊंची चोटियां, हरे-भरे जंगल, नदी, झरने सब है जो ट्रेकिंग, कैंपिंग और रॉक क्लाइम्बिंग के लिए इसे परफेक्ट जगह बनाते हैं। यहां आने के लिए बेस्ट समय मार्च से जून या अक्टूबर और नवंबर में होता है। इस समय यहां का मौसम कमाल का होता है।
तीर्थन घाटी, हिमाचल प्रदेश
तीर्थन घाटी भी कुल्लू जिले में स्थित है और हिमाचल में सबसे घूमी जाने वाली घाटियों में से एक है। घाटी का नाम तीर्थन नदी से निकला है जो यहीं से होकर बहती है। यहाँ से आपको ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के कुछ बेहतरीन नज़ारे देखने को मिलते हैं। इसकी सुंदरता हरी घास के मैदानों, कुछ खास जंगली वनस्पतियों और प्राकृतिक झरनों से और भी बढ़ जाती है। यहां की हरियाली फोटोज लेने के लिए एकदम परफेक्ट है।
बेताब घाटी, कश्मीर
पहलगाम में बेताब घाटी सबसे लोकप्रिय पर्यटक आकर्षणों में से एक है, जो ऊंचे देवदार के पेड़ों से घिरी हुई है। इस घाटी के ठीक बीच से लिद्दर नदी बहती है। यह घाटी जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पहलगाम से 15 किलोमीटर की दूरी पर है। बेताब वैली को इसका नाम बॉलीवुड फिल्म बेताब से मिला, जिसमें सनी देओल और अमृता सिंह ने अभिनय किया था। यह घाटी पहलगाम और चंदनवारी के बीच अमरनाथ मंदिर यात्रा के रास्ते में आती है। यह पहलगाम की तीन कोणीय घाटियों में से एक है, अन्य दो अरु और चंदनवारी हैं। घास के मैदान, बर्फ से ढके पहाड़ और बहती धाराएं, बेताब घाटी की विशेषता हैं।
युमथांग घाटी, सिक्किम
युमथांग घाटी सिक्किम के उत्तर में 3564 मीटर की ऊंचाई पर है। यह जगह सिक्किम के सबसे मशहूर टूरिस्ट स्पॉट्स में से एक है, जिसे लोकप्रिय रूप से सिक्किम की 'फूलों की घाटी' के रूप में जाना जाता है। घाटी के चारों ओर बर्फ से ढके पहाड़ों की ढलान, फूलों व घास के मैदान और खुशबू से भरा वातावरण इसे एक अद्भुत जगह बनाते हैं जो दुनिया भर के टूरिस्ट्स को आकर्षित करते हैं। हजारों खिलते हिमालयी फूलों के बीच चरागाह याक और रोडोडेंड्रोन भी यहां देखने को मिकते हैं जो टूरिस्ट्स को खूब पसंद आते हैं।
फूलों की घाटी, उत्तराखंड
फूलों की घाटी उत्तराखंड के चमोली जिले (बद्रीनाथ के पास) में ऋषिकेश से लगभग 300 किमी उत्तर में है। यह जगह सफेद चोटियों से घिरे जंगली फूलों के खिलने की वजह से विश्व धरोहर स्थल की लिस्ट में भी शामिल है। वैली ऑफ फ्लावर्स नेशनल पार्क यह हर साल जून से सितंबर तक खुला रहता है। फूलों की घाटी, हिमालय पर्वतमाला, ज़ांस्कर और पश्चिमी और पूर्वी हिमालय के मिलन बिंदु पर, पर्वतारोही फ्रैंक एस स्मिथ द्वारा 1931 में खोजी थी। यह भी माना जाता है कि हनुमान जी फूलों की घाटी से ही लक्ष्मण जी के लिए संजीवनी बूटी लाए थे। यह जगह पौधों की 520 से अधिक प्रजातियों का घर है।
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