काजीरंगा नेशनल पार्क में लगातार बढ़ रही है टूरिस्ट्स की संख्या, क्या है कारण?

टीम ग्रासहॉपर 30-10-2025 05:02 PM My India

असम का काजीरंगा नेशनल पार्क अब सिर्फ हमारे देश के लोगों का पसंदीदा जगह नहीं रहा। अब विदेश से आने वाले सैलानी भी यहां खूब आ रहे हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, काजीरंगा में विदेशी पर्यटकों की संख्या में बहुत तेजी से इजाफा हो रहा है। ये पार्क एक सींग वाले गैंडों के लिए मशहूर है और यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है। यहां की प्राकृतिक खूबसूरती, जंगली जानवर और पर्यावरण को बचाने की कोशिशें विदेशी मेहमानों को बहुत पसंद आ रही हैं।

काजीरंगा असम के गोलाघाट और नागांव जिलों में फैला हुआ है। ये ब्रह्मपुत्र नदी के किनारे बसा है। पार्क का कुल क्षेत्रफल 430 वर्ग किलोमीटर है। यहां दुनिया में सबसे ज्यादा एक सींग वाले गैंडे रहते हैं। यहां लगभग 2400 गैंडे हैं, जो पूरी दुनिया के गैंडों का दो-तिहाई हिस्सा हैं। इसके अलावा बाघ, हाथी, जंगली भैंस, हिरण और सैकड़ों तरह के पक्षी भी यहां पाए जाते हैं।

विदेशी सैलानी यहां क्यों आ रहे हैं?

यहां पिछले सीजन 2023-24 में विदेशी सैलानियों की संख्या 50 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़ गई है। असम टूरिज्म विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, 10,000 से अधिक विदेशी मेहमान यहां आए। हर साल ये संख्या बढ़ रही है। मुख्य वजहें ये हैं:

1. एक सींग वाला गैंडा देखने का मौका  

   दुनिया में सिर्फ काजीरंगा और नेपाल के कुछ पार्कों में ही ये दुर्लभ गैंडा मिलता है। सैलानी जीप या हाथी की सवारी करके गैंडों को बहुत करीब से देखते हैं।

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2. बाघों का घर

काजीरंगा टाइगर रिजर्व भी है। यहां बाघों की अच्छी संख्या है। प्रोजेक्ट टाइगर की सफलता की वजह से बाघ देखने की संभावना ज्यादा रहती है।

3. पक्षी देखने की बेहतरीन जगह 

पार्क में 500 से ज्यादा तरह के पक्षी हैं। सर्दियों में दूर देशों से पक्षी आते हैं। यूरोप और अमेरिका के पक्षी प्रेमी यहां खास टूर करते हैं।

4. पर्यावरण को बचाने का तरीका  

पार्क में प्लास्टिक का इस्तेमाल पूरी तरह बंद है। स्थानीय लोगों को नौकरी मिलती है। विदेशी सैलानी ऐसे पर्यटन को बहुत महत्व देते हैं जो प्रकृति को नुकसान न पहुंचाए।

5. सोशल मीडिया और प्रमोशन  

इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर काजीरंगा की सुंदर तस्वीरें और वीडियो बहुत पसंद किए जा रहे हैं। असम टूरिज्म ने विदेशी ट्रैवल कंपनियों से समझौते किए हैं।

काजीरंगा में क्या-क्या कर सकते हैं?

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काजीरंगा सिर्फ सफारी का नाम नहीं है। यहां कई मजेदार एक्टिविटीज की जा सकती हैं:

जीप सफारी: ये सुबह और शाम की दो पालियों में होती है। गैंडे, बाघ और हाथी देखने का सबसे अच्छा तरीका यही है।

हाथी सफारी: सुबह जल्दी शुरू होती है। इससे घास के मैदानों में गैंडों के बहुत करीब पहुंच सकते हैं।

नाव सफारी: ब्रह्मपुत्र नदी पर चलती है। नदी डॉल्फिन और पक्षी देखने का मौका मिलता है।

पैदल घूमना: कुछ खास रास्तों पर लोकल गाइड के साथ ट्रेकिंग की जा सकती है।

स्थानीय संस्कृति: पास के गांवों में असम की चाय पी सकते हैं, लोक नृत्य देख सकते हैं और हस्तशिल्प खरीद सकते हैं।

पार्क कब खुला रहता है?

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काजीरंगा नेशनल पार्क 1 नवंबर से 30 अप्रैल तक सैलानियों के लिए खुला रहता है। बारिश के मौसम में बंद रहता है। सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च तक है। इस वक्त मौसम ठंडा और साफ रहता है।

कैसे पहुंचें?

हवाई जहाज से: गुवाहाटी एयरपोर्ट सबसे नजदीक है, जो 220 किलोमीटर दूर है। जोरहाट एयरपोर्ट 90 किलोमीटर दूर है। वहां से टैक्सी ले सकते हैं।

ट्रेन से: गुवाहाटी या फुरकटिंग रेलवे स्टेशन से आ सकते हैं।

बस या गाड़ी से: गुवाहाटी से 4-5 घंटे का रास्ता है।

रहने की जगह

महंगे रिसॉर्ट: इंफिनिटी रिजॉर्ट, डिफ्लू रिजॉर्ट जैसे जगहों पर लग्जरी सुविधाएं मिलती हैं।

सस्ते विकल्प: लोकल गेस्ट हाउस और होमस्टे उपलब्ध हैं।

इको कैंप: पार्क के अंदर सरकारी कैंप हैं, जहां प्रकृति के करीब रहा जा सकता है।

एंट्री और सफारी का खर्च

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भारतीय सैलानी: एंट्री 100-200 रुपये, सफारी का खर्च अलग।

विदेशी सैलानी: एंट्री 1000-1500 रुपये, जीप सफारी 3000-5000 रुपये (4 लोगों के लिए)।

गाइड और कैमरा का अलग शुल्क लगता है।

आसान सुझाव

  • ऑनलाइन या लोकल टूर कंपनी से सफारी की बुकिंग पहले से कर लें। 
  • गर्म कपड़े, दूरबीन और अच्छा कैमरा ले जाएं।
  • प्लास्टिक की चीजें न ले जाएं, क्योंकि पार्क में ये पूरी तरह प्रतिबंधित हैं।
  • सुबह की सफारी सबसे अच्छी होती है। जानवर उस वक्त ज्यादा सक्रिय रहते हैं।
  • जीप में 4-6 लोग साथ जाएं तो खर्च कम पड़ेगा।
  • कैमरे में जूम लेंस लगा लें।
  • सफारी के दौरान शांत रहें और जानवरों को परेशान न करें।

काजीरंगा की खास बातें

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काजीरंगा सिर्फ एक पार्क नहीं है। ये प्रकृति और स्थानीय संस्कृति का सुंदर मेल है। यहां गैंडों को बचाने की सफल कहानी है। गांव वाले पार्क की सुरक्षा में मदद करते हैं। विदेशी मेहमान इसे असली जंगल का अनुभव मानते हैं। यहां कोई शोर नहीं होता, सिर्फ प्रकृति की आवाजें सुनाई देती हैं।

काजीरंगा अब दुनिया के ट्रैवल मैप पर चमक रहा है। अगर आपको जंगली जानवर, फोटो खींचना या शांति पसंद है, तो यहां जरूर आएं। असम टूरिज्म की वेबसाइट देखें और अपनी यात्रा का प्लान बनाएं। 

पास में घूमने लायक जगहें

काजीरंगा ऑर्किड पार्क: तरह-तरह के फूल देखने को मिलते हैं।

चाय के बागान: असम की मशहूर चाय का स्वाद चखें।

माजुली द्वीप: दुनिया का सबसे बड़ा नदी द्वीप है।

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