दक्षिण भारत की सबसे खूबसूरत झीलें

बचपन से पढ़ते आए हैं कि भारत एक विविधताओं से भरा देश है। तब हम भले ही संस्कृति, भाषा-बोली और जलवायु के बारे में ये बात कहते थे लेकिन अब जब घूमने के बारे में बात होती है तब लगता है की यह देश नज़ारों के लिए भी उतना ही विविध है। यह देश अपने ऊंचे पहाड़ों, खूबसूरत झीलों, रेगिस्तानों, समंदर के किनारों, अद्भुत मंदिरों और न जाने कितनी ही खूबसूरत जगहों के लिए जाना जाता है। दक्षिण भारत में कुदरत इसकी सुंदरता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप किस दक्षिण भारतीय राज्य में हैं, कुछ शानदार प्राकृतिक खूबसूरती आपको यहां हर तरफ देखने को मिलेगी। आज हम आपको बता रहे हैं भारत के दक्षिण में कुछ सबसे सुन्दर झीलों के बारे में…
करणजी झील, कर्नाटक

मैसूर शहर की यह खूबसूरत झील मैसूर पैलेस से सिर्फ 2 किमी दूर है। तितली पार्क से घिरी यह झील वास्तव में शहर के बीच में एक सुकून से भरी जगह है। आप यह जानकर रोमांचित होंगे कि झील में वॉक-थ्रू एवियरी भी है, जो भारत में सबसे बड़ी है। पक्षी देखने वालों के लिए एक बेहतरीन जगह है, बगुले और सारस यहां अक्सर दिखाई देते हैं।
वेम्बनाड झील, केरल

भारत की सबसे लंबी झील, वेम्बनाड झील बेहद सुंदर है। यहां हाउसबोट में आराम से एक दिन बिताना आपके लिए एक कभी न भूलने वाला अनुभव साबित होगा। दिलचस्प बात यह है कि झील को राज्य के कई हिस्सों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है, क्योंकि यह कई अलग-अलग शहरों, कस्बों से होकर बहती है। आपने एक से सुन्दर एक जगहों पर सूरज को ढलते देखा होगा लेकिन इस झील में सुर्ख होते सूरज को समाते हुए देखने आपकी पलकों को भी नहीं झपकने देगा।
कोडईकनाल झील, तमिलनाडु

कोडाईकनाल शहर में एक इंसानों की बनाई हुई झील, यह टूरिस्ट्स के लिए शहर की एक बहुत ही सुंदर जगह है। बेशक कोडईकनाल एक छोटा पहाड़ी शहर है लेकिन इसका मौसम और यह झील इसके आकर्षण को बढ़ाती है। ज़्यादातर टूरिस्ट्स इस झील में बोटिंग करने आते हैं, जो आपके लिए भी एक बेहद सुन्दर अनुभव साबित हो सकता है। आप झील के चारों ओर घोड़ों की सवारी भी कर सकते हैं। यह मूल रूप से एक शानदार पारिवारिक सैर का आनंद लेने के लिए एक अद्भुत जगह है।
कोलेरु झील, आंध्र प्रदेश

आंध्र प्रदेश राज्य में एक मीठे पानी की झील, कोलेरू झील कृष्णा और गोदावरी डेल्टा के बीच स्थित है। यह सर्दियों के महीनों के दौरान प्रवासी पक्षियों का घर होता है, और इसलिए यह एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है। यहां झील में अनुमानित 20 मिलियन प्रवासी और निवासी पक्षी हैं।
आपके पसंद की अन्य पोस्ट

इस बार गोवा में होने जा रहा है एक अनोखा फेस्टिवल
खास बात यह है कि यह फेस्टिवल दिव्यांगों के लिए आयोजित किया जा रहा है।

दिवाली और छठ पूजा के लिए रेलवे ने चलाई 1100 से ज्यादा स्पेशल ट्रेनें: पूरी जानकारी
बुकिंग 14 सितंबर 2025 से शुरू हो चुकी है, तो जल्दी बुक कर लें क्योंकि डिमांड बहुत ज्यादा है।