बिहार में शुरू हो रहा है रिवर टूरिज्म, काफी कुछ है खास

अनुषा मिश्रा 10-08-2023 05:45 PM News

बिहार के टूरिस्ट्स जल्द ही दो रो-रो (रोल-ऑन रोल-ऑफ) जहाजों की शुरुआत के साथ गंगा नदी पर रिवर टूरिज़्म का मज़ा ले सकेंगे। इसकी शुरुआत पटना और भागलपुर में होगी। 

पटना में यह सर्विस एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगी, जबकि भागलपुर में अभी भी वन विभाग से मंजूरी का इंतजार है। भागलपुर में पानी विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्य तक है। इसलिए यह तय करना बेहद ज़रूरी है कि वेसेल सर्विस से लुप्तप्राय गंगा डॉल्फ़िन के आवास को कोई स्थायी नुकसान नहीं होगा।

क्या होगा खास?

नई रोल-ऑन रोल-ऑफ वेसेल सर्विस दीघा घाट - जेपी गंगा पथ मार्ग पर चलेगी। ऐसा नदी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है ताकि निवासी और पर्यटक गंगा नदी की सुंदरता का भी आनंद ले सकें और क्षेत्र में अद्वितीय वन्य जीवन का मज़ा उठा सकें। जहाज एक निश्चित समय में 300 लोगों को इकठ्ठा करेगा और एक दिन में चार से पांच यात्राएं करेगा। जो लोग रिवर क्रूज़ पसंद करते हैं वे अब इस सुविधा का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि निजी कार्यक्रमों के लिए पूरे जहाज को किराए पर लेने का ऑप्शन भी होगा।

grasshopper yatra Image

फिलहाल, टिकटों की कीमत अभी तक तय नहीं की गई है, लेकिन यह काफी कम होने की उम्मीद है। टिकट के रेट शायद एमवी गंगा विहार (लगभग 300 रुपये प्रति व्यक्ति) की तर्ज पर लागू होंगे, जो फरवरी, 2023 से पटना में पहले से ही चालू है। इसके लिए एक जेटी भी तैयार की गयी है। 

विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्य के बारे में 

विक्रमशिला गंगा डॉल्फिन अभयारण्य बिहार के भागलपुर जिले में स्थित है। यह एक समर्पित संरक्षित क्षेत्र है जिसका उद्देश्य लुप्तप्राय गंगा डॉल्फ़िन का संरक्षण करना है। गंगा नदी के किनारे फैला यह अभयारण्य पानी के एक विस्तार को कवर करता है जो इन सुंदर सी मीठे पानी की डॉल्फ़िन के लिए एक महत्वपूर्ण आवास के रूप में काम करता है।


grasshopper yatra Image

अभयारण्य का प्राथमिक उद्देश्य लोगों का इनकी ज़िंदगी में दखल कम करके, मछली पकड़ने को रेगुलेट करके और नदी के इको सिस्टम के स्वास्थ्य को बनाए रखने में उनके महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाकर इन अद्वितीय प्रजातियों को एक सुरक्षित आश्रय देना है।

भारत में नदी पर्यटन 

यह कहना गलत नहीं होगा कि भारत में नदी पर्यटन काफी बड़ा है। गंगा पर पवित्र अनुष्ठानों से लेकर केरल के शांत बैकवाटर में हाउसबोट क्रूज़ेज़ तक, और असम के वन्य जीवन को दिखाने वाली राजसी ब्रह्मपुत्र से लेकर कोलकाता में ऐतिहासिक हुगली नदी तक, ये वाटरवे टूरिस्ट्स को अद्वितीय और अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करते हैं।

आपके पसंद की अन्य पोस्ट

भूटान घूमना चाहते हैं तो जुलाई से पहले कर लें प्लानिंग नहीं तो पड़ेगा महंगा

अगर आप भी भूटान घूमना चाहते हैं, तो जुलाई से पहले की प्लानिंग कर लें क्योंकि अब भारतीयों को जुलाई से सतत विकास शुल्क के तौर पर 1200 रुपए देना पड़ेगा।

अब मेघालय घूमना नहीं होगा आसान, सरकार से लेनी होगी परमिशन

मेघालय घूमने का प्लान बना रहे हैं, टिकट बुकिंग से लेकर सारी तैयारियां हो रही हैं तो आपको एक जरूरी बात याद करा दें, मेघालय सरकार ने पर्यटकों के लिए एक निर्देश दिया है जो कि आपको ज़रूर जानना चाहिए।

लेटेस्ट पोस्ट

इतिहास का खजाना है यह छोटा सा शहर

यहां समय-समय पर हिंदू, बौद्ध, जैन और मुस्लिम, चार प्रमुख धर्मों का प्रभाव रहा है।

लक्षद्वीप : मूंगे की चट्टानों और खूबसूरत लगूंस का ठिकाना

यहां 36 द्वीप हैं और सभी बेहद सुंदर हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 10 द्वीप ही ऐसे हैं जहां आबादी है।

नए साल का जश्न मनाने के लिए ऑफबीट डेस्टिनेशन्स

वन्यजीवन के बेहतरीन अनुभवों से लेकर संस्कृति, विरासत और प्रकृति तक, इन जगहों में सब कुछ है।

विश्व पर्यटन दिवस विशेष : आस्था, श्रद्धा और विश्वास का उत्तर...

मैं इतिहास का उत्तर हूं और वर्तमान का उत्तर हूं…। मैं उत्तर प्रदेश हूं।

पॉपुलर पोस्ट

घूमने के बारे में सोचिए, जी भरकर ख्वाब बुनिए...

कई सारी रिसर्च भी ये दावा करती हैं कि घूमने की प्लानिंग आपके दिमाग के लिए हैपिनेस बूस्टर का काम करती है।

एक चाय की चुस्की.....एक कहकहा

आप खुद को टी लवर मानते हैं तो जरूरी है कि इन सभी अलग-अलग किस्म की चायों के स्वाद का मजा जरूर लें।

घर बैठे ट्रैवल करो और देखो अपना देश

पर्यटन मंत्रालय ने देखो अपना देश नाम से शुरू की ऑनलाइन सीरीज। देश के विभिन्न राज्यों के बारे में अब घर बैठे जान सकेंगे।

लॉकडाउन में हो रहे हैं बोर तो करें ऑनलाइन इन म्यूजियम्स की सैर

कोरोना महामारी के बाद घूमने फिरने की आजादी छिन गई है लेकिन आप चाहें तो घर पर बैठकर भी इन म्यूजियम्स की सैर कर सकते हैं।