कर लीजिए रण उत्सव 2025-26 में जाने की तैयारी, यहां मिलेगी सारी जानकारी
 
									दिवाली के त्योहार का मज़ा लेने के बाद अगर आप कुछ अलग और रोमांचक अनुभव की तलाश में हैं, तो गुजरात का रण उत्सव 2025-26 आपके लिए परफेक्ट है। ये उत्सव कच्छ के नमक के सफेद रेगिस्तान को रंगों, संस्कृति और उत्साह से भर देता है। धोरडो में होने वाला ये मेला 23 अक्टूबर 2025 से शुरू हो चुका है और 4 मार्च 2026 तक चलेगा। ये सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि गुजरात की कला, संगीत, हस्तशिल्प और रेगिस्तानी रोमांच का अनोखा संगम है। तो चलिए, जानते हैं कि रण उत्सव में क्या खास है, कैसे जाएं और क्या-क्या करें...
रण उत्सव क्या है?
 
	
											
									रण उत्सव कच्छ के ग्रेट रण ऑफ कच्छ में हर साल होने वाला एक शानदार मेला है, जो गुजरात की संस्कृति को पूरी दुनिया के सामने लाता है। इसे गुजरात टूरिज्म आयोजित करता है और इसकी शुरुआत तब हुई जब देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। ये मेला अब भारत के सबसे मशहूर टूरिज्म इवेंट्स में से एक है, जो देश-विदेश से लाखों सैलानियों को खींचता है।
यहां आप गुजरात के ऐतिहासिक स्मारकों को देख सकते हैं, लोकल कारीगरों और एनजीओ से सीधे हैंडीक्राफ्ट्स खरीद सकते हैं, लोक नृत्य और संगीत का मजा ले सकते हैं। साथ ही उन जगहों को घूम सकते हैं, जो आम टूरिस्ट रास्तों से अलग हैं। रण उत्सव में आप नमक के रेगिस्तान की शांति और गुजरात की रंगीन संस्कृति, दोनों का लुत्फ उठा सकते हैं।
धोरडो की टेंट सिटी: रेगिस्तान में लग्जरी
 
	
											
									रण उत्सव का दिल है टेंट सिटी, जो धोरडो में बनाई जाती है। ये एक अस्थायी शहर है, जो रेगिस्तान के बीच में बसाया जाता है। गुजरात टूरिज्म की देखरेख में चलने वाली इस टेंट सिटी में आपको लग्जरी टेंट, सांस्कृतिक मंडप, खाने-पीने की जगहें, एडवेंचर जोन और कला प्रदर्शनियां मिलेंगी। यहां रहना एक अलग ही अनुभव है, जहां रेगिस्तान की सादगी और आधुनिक सुविधाओं का मेल है।
आप डीलक्स टेंट से लेकर प्रीमियम सूट तक चुन सकते हैं। हर टेंट में मॉडर्न सुविधाएं जैसे आरामदायक बेड, अटैच्ड बाथरूम और बिजली की व्यवस्था होती है। रात में जब चांदनी सफेद नमक की चादर पर पड़ती है, तो वो नजारा जादुई लगता है। चांद की रोशनी में रेगिस्तान चांदी की तरह चमकता है, जो हर टूरिस्ट को मंत्रमुग्ध कर देता है।
रण उत्सव में क्या-क्या खास है?
रण उत्सव 100 दिन से ज्यादा चलता है और इसमें गुजरात की संस्कृति की झलक हर कोने में दिखती है।
1. लोक संगीत और नृत्य:
- भुज, भावनगर, राजकोट और कच्छ के 30 से ज्यादा सांस्कृतिक ग्रुप्स यहां परफॉर्म करते हैं। गरबा, डांडिया और कच्छी लोक नृत्य देखने का मौका मिलता है।
- लोक गीतों की मधुर धुनें रेगिस्तान की शांति को और खूबसूरत बनाती हैं।
2. हस्तशिल्प और कारीगरी:
- कच्छी कढ़ाई, चमड़े के सामान और हस्तशिल्प की प्रदर्शनी देखने को मिलती है। आप कारीगरों को काम करते देख सकते हैं और उनके बनाए सामान खरीद सकते हैं।
- ये सामान सीधे गांव की सहकारी समितियों और एनजीओ से मिलते हैं, जिससे लोकल कारीगरों को सपोर्ट मिलता है।
 
	
											
									3. रेगिस्तानी रोमांच:
- पैरामोटरिंग, डेजर्ट सफारी, ऊंट की सवारी और हॉट एयर बैलून जैसे एडवेंचर एक्टिविटीज का मजा ले सकते हैं।
- कल्चरल वर्कशॉप में आप कच्छी कला सीख सकते हैं, जैसे मिट्टी के बर्तन बनाना या कढ़ाई करना।
4. गुजराती खाना:
- कच्छी थाली में ढोकला, खांडवी, थेपला और गुजराती दाल-चावल का स्वाद ले सकते हैं। लोकल मिठाइयों का भी मजा ले सकते हैं।
- रेगिस्तान की ठंडी हवा में गर्म-गर्म खाना खाने का अनुभव अलग ही है।
5. गाइडेड टूर्स:
- गुजरात टूरिज्म कॉरपोरेशन लिमिटेड (TCGL) कई टूर्स आयोजित करता है। आप काला डूंगर (कच्छ का सबसे ऊंचा पॉइंट) जा सकते हैं, जहां से रेगिस्तान का शानदार नजारा दिखता है।
- लुडिया और होडको जैसे गांवों में जाएं, जहां रंग-बिरंगे मिट्टी के घर और कच्छी मेहमाननवाजी आपको मिलेगी।
इस बार उत्सव में इको-फ्रेंडली सेटअप और बेहतर टूर पैकेज की व्यवस्था की गई है, ताकि आपका अनुभव और शानदार हो।
रण उत्सव की तारीखें और सही समय
 
	
											
									रण उत्सव 23 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर 4 मार्च 2026 तक चलेगा। ये समय कच्छ का सबसे अच्छा मौसम होता है, जब ठंडी हवाएं और साफ आसमान रेगिस्तान की खूबसूरती को और निखारते हैं। अगर आप चाहते हैं कि आपकी यात्रा और खास हो, तो पूर्णिमा की रात में जाएं। इस दौरान चांदनी में रेगिस्तान की सफेद जमीन चांदी की तरह चमकती है। ये नजारा जिंदगी में एक बार जरूर देखना चाहिए।
अपनी यात्रा कैसे प्लान करें?
रण उत्सव की यात्रा को आसान बनाने के लिए कुछ टिप्स:
1. बुकिंग:
- टेंट सिटी में रहने या टूर पैकेज बुक करने के लिए गुजरात टूरिज्म की आधिकारिक वेबसाइट www.rannutsav.com पर जाएं।
- हेल्पलाइन नंबर: 1800 233 9008 या 9978603454 पर कॉल करें। ईमेल: info@rannutsav.कॉम
- पैकेज में ट्रांसपोर्ट, रहना, खाना और गाइडेड टूर शामिल होते हैं।
2. कैसे पहुंचें:
- हवाई मार्ग: भुज एयरपोर्ट सबसे नजदीक है, जो धोरडो से करीब 80 किमी दूर है। वहां से टैक्सी या बस ले सकते हैं।
- ट्रेन: भुज रेलवे स्टेशन अच्छी तरह कनेक्टेड है। वहां से धोरडो के लिए लोकल ट्रांसपोर्ट मिलता है।
- सड़क मार्ग: अहमदाबाद से धोरडो करीब 400 किमी है। आप बस, टैक्सी या अपनी गाड़ी से जा सकते हैं।
 
	
											
									3. क्या साथ लाएं:
- ठंडी रातों के लिए गर्म कपड़े।
- आरामदायक जूते, क्योंकि रेगिस्तान में घूमना होगा।
- सनस्क्रीन, टोपी और पानी की बोतल, क्योंकि दिन में धूप तेज हो सकती है।
4. अन्य टिप्स:
- पहले से बुकिंग करें, क्योंकि फुल मून नाइट्स में टेंट सिटी जल्दी फुल हो जाती है।
- लोकल गाइड्स की मदद लें, ताकि आप कच्छ की संस्कृति को और गहराई से समझ सकें।
- कैश साथ रखें, क्योंकि कुछ जगहों पर डिजिटल पेमेंट की सुविधा सीमित हो सकती है।
रण उत्सव क्यों है खास?
रण उत्सव सिर्फ एक मेला नहीं, बल्कि एक ऐसा अनुभव है, जो आपको जिंदगी भर याद रहेगा। चांदनी रात में नमक के रेगिस्तान की सफेद जमीन, गुजरात की रंग-बिरंगी संस्कृति, लोकल खाना और कच्छी मेहमाननवाजी का मेल इसे अनोखा बनाता है। ये वो जगह है, जहां कला, संगीत, हस्तशिल्प और एडवेंचर एक साथ मिलते हैं।
सांस्कृतिक अनुभव: कच्छी कारीगरों की कला और लोक नृत्य-संगीत आपको गुजरात की आत्मा से जोड़ते हैं।
प्रकृति का जादू: रेगिस्तान का शांत और अनोखा नजारा, खासकर फुल मून नाइट में, आपको मंत्रमुग्ध कर देगा।
लोकल का साथ: यहां से खरीदारी करके आप कच्छ के कारीगरों और गांवों की आजीविका को सपोर्ट करते हैं।
रोमांच और आराम: टेंट सिटी में लग्जरी और रेगिस्तानी रोमांच का सही मिश्रण है।
 
	
											
									रण उत्सव के साथ और क्या देखें?
अगर आप रण उत्सव जा रहे हैं, तो कच्छ की कुछ और जगहें भी घूम सकते हैं:
धोलावीरा: यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट, जहां हड़प्पा सभ्यता के अवशेष हैं।
मांडवी बीच: समुद्र किनारे सुकून भरा समय बिताएं।
भुज: भुजियो किला और स्थानीय बाजार घूमने लायक हैं।
कच्छ का वन्यजीव अभयारण्य: दुर्लभ पक्षियों और जानवरों को देखने का मौका।
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