भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को समेटे हैं ये शहर

अनुषा मिश्रा 18-04-2023 06:56 PM My India
भारत को दुनिया की कुछ प्रमुख संस्कृतियों और धर्मों का जन्मस्थान माना जाता है। कुछ के लिए यह देश पालने जैसा है जिसमें ये संस्कृतियां और धर्म बड़े हुए। यहां की तमाम ऐतिहासिक धरोहरें और सांस्कृतिक विविधता दुनियाभर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है। परंपराओं और रीति-रिवाजों के असंख्य रंगों ने भारतीय संस्कृति में योगदान दिया है और भारतीय सांस्कृतिक विरासत की कई जगहें इसके बारे में बहुत कुछ कहती हैं। भारत में कल्चरल टूरिज़्म यात्रियों को एक अलग ही दुनिया में ले जाता है। वर्ल्ड हेरिटेज डे पर हम आपको बता रहे हैं देश की अनूठी संस्कृति को खुद में समेटे 5 हेरिटेज शहरों के बारे में…

लखनऊ : नवाबों का ठिकाना

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उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, भारतीय संस्कृति और विरासत का अनुभव करने के लिए सबसे खास जगहों में से एक है। हिंदू और मुस्लिम संस्कृतियों के समाहित होने की वजह से इस शहर की आब-ओ-हवा खास है। इसके अलावा यह शहर हिंदी और उर्दू दोनों भाषाओं के साहित्य व शायरी के फलने-फूलने की जगह भी रहा। लखनऊ शहर अपने शिल्प कौशल और चित्रकला शैलियों के लिए भी प्रसिद्ध है।

क्या है खास: शहर की समृद्ध वास्तुकला पर दिल्ली सल्तनत, मुगलों, अवध के नवाबों और यहां तक ​​कि अंग्रेजों का भी प्रभाव रहा है। यहां बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, रूमी दरवाजा, दिलकुशा कोठी और ब्रिटिश रेजीडेंसी कॉम्प्लेक्स सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं।  इसके अलावा, छत्तर मंजिल, हुसैनाबाद क्लॉक टॉवर, सिकंदर बाग, सतखंडा, बेगम हजरत महल पार्क, शाही बावली, जामा मस्जिद और बटलर पैलेस हैं। पर्यटक राजकीय संग्रहालय और पिक्चर गैलरी में इतिहास की सैर भी कर सकते हैं।

लखनऊ का जायका : यहां के स्थानीय अवधी व्यंजन मुंह में पानी ला देने वाले होते हैं। उलटे तवे का परांठा, वर्की, शीरमाल, गलावटी कबाब, बोटी कबाब, टुंडे कबाब, निहारी गोश्त, रोगन जोश, लखनवी बिरयानी, बास्केट चाट, मलाई की गिलोरी, लखनवी पान, कुल्फी फलूदा और नवरतन कोरमा जैसी कई फाइड आइटम्स के लोग यहां दीवाने हैं।

कैसे पहुंचें : दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, जयपुर, चंडीगढ़, बैंगलोर, पटना और अन्य महत्वपूर्ण शहरों से यहां के लिए रोज फ्लाइट मिल जाती है। शहर का हवाई अड्डा सिटी सेंटर से 14 किमी दूर है। चारबाग में लखनऊ रेलवे स्टेशन एक मजबूत रेलवे नेटवर्क से अन्य प्रमुख भारतीय शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा आलमनगर, गोमती नगर, ऐशबाग जंक्शन व बादशाह नगर जैसे रेलवे स्टेशन भी यहां हैं। वाराणसी, इलाहाबाद, कानपुर, आगरा, झांसी, दिल्ली और आसपास के अन्य शहरों से बसें भी यहां के लिए उपलब्ध हैं।

कोलकाता : जहां बसती है खुशी

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यह शहर बंगाल के नवाबों के हाथों से ईस्ट इंडिया कंपनी के शुरुआती ब्रिटिश प्रतिनिधियों के हाथों में चला गया, इसे लोग भारत की सांस्कृतिक राजधानी के रूप में भी जानते हैं। भारत के इस हेरिटेज सिटी को शहरी भारतीय संस्कृति और साहित्यिक विचारों के जन्मस्थान के रूप में भी जाना जाता है। भारत के कई मशहूर साहित्यकारों की उत्पत्ति यहीं से हुई है। अगर आप आधुनिक भारतीय उप-संस्कृति की जड़ों का अनुभव करना चाहते हैं तो यह जगह यकीनन आपकी बकेट लिस्ट में होनी चाहिए। 

क्या है खास: विक्टोरिया मेमोरियल, हावड़ा ब्रिज, भारतीय संग्रहालय और सेंट पॉल कैथेड्रल सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। इसके अलावा राइटर्स बिल्डिंग, मार्बल पैलेस, नेशनल लाइब्रेरी, फोर्ट विलियम, और शहीद मीनार कोलकाता में घूमने के कुछ जगहें हैं जो शहर की समृद्ध संस्कृति और विरासत के बारे में बहुत कुछ बताती हैं। दक्षिणेश्वर काली मंदिर, बिड़ला मंदिर और बेलूर मठ कोलकाता के कुछ अन्य धार्मिक स्थल हैं। यह शहर ललित कला अकादमी - भारत की सबसे पुरानी आर्ट गैलरी - का घर भी है - जो देश में चित्रों के बेहतरीन संग्रहों में से एक है।

कोलकाता का जायका : कोलकाता के लोग चाहे कहीं भी रहें अपने यहां के खाने की शेखी बघारना नहीं छोड़ते। वैसे भी यहां के खाने में स्वाद भी खूब होता है। मुगलई पराठा, आखेर जोश, कोशा मंगशो, चिकन कबीरजी, माचेर झोल, कोलकाता बिरयानी, हिंगर कोचुरी, शुक्तो, आलू पोस्तो, मोछा और छोलर दाल कुछ बेहतरीन बंगाली व्यंजन हैं। कोलकाता में सोंदेश, रसगुल्ला और पीठा कुछ सबसे लोकप्रिय मिठाइयां हैं और पुचका, चुरमुर, घुगनी चाट, झालमुरी, कीमार दोई बोरा, छनार जिलिपी और तेलेभाजा कोलकाता के स्ट्रीट फूड के कुछ बेहतरीन व्यंजन हैं।

कैसे पहुंचें : शहर के केंद्र से 17 किमी दूर दमदम में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, कई भारतीय और अंतरराष्ट्रीय शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। एक बड़ा रेलवे नेटवर्क कोलकाता को दिल्ली और मुंबई जैसे अन्य भारतीय शहरों से जोड़ता है। कलकत्ता राज्य परिवहन निगम (CSTC), कलकत्ता ट्रामवेज कंपनी (CTC), और पश्चिम बंगाल भूतल परिवहन निगम (WBSTC) शहर के भीतर और पश्चिम बंगाल के अन्य शहरों से नियमित बस सेवाएं प्रदान करते हैं। एस्प्लेनेड टर्मिनस कोलकाता का मुख्य बस टर्मिनस है।

हैदराबाद : निज़ामों की जमीं

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भारत-फ़ारसी सुल्तान मुहम्मद कुली कुतुब शाह द्वारा 1591 में स्थापित, हैदराबाद पर ब्रिटिश राज के तहत एक रियासत बनने से पहले सुल्तानों, मुगलों और निज़ामों का शासन था। यह क्षेत्र पहले चालुक्य और काकतीय के प्राचीन साम्राज्यों के अधीन था। शहर की वास्तुकला इन सभी संस्कृतियों से काफी प्रभावित है। और फिर साहित्यिक कला, शिल्प कौशल, हस्तशिल्प, पेंटिंग, नृत्य, थिएटर और व्यंजन हैं जो शहर को भारतीय संस्कृति और विरासत का अनुभव करने के लिए देश की सबसे खास जगहों में से एक बनाते हैं।

क्या है खास: गोलकोंडा किला, चार मीनार, हुसैन सागर और सालार जंग संग्रहालय हैदराबाद के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल हैं। हैदराबाद में धार्मिक स्थानों में बिड़ला मंदिर, मक्का मस्जिद, चिलकुर बालाजी मंदिर और केसरगुट्टा मंदिर शामिल हैं। शिल्परमम कला और शिल्प गांव, तेलंगाना राज्य पुरातत्व संग्रहालय, और निज़ाम संग्रहालय चित्रों शहर की समृद्ध विरासत को संजोये हैं। टूरिस्ट्स चौमहल्ला पैलेस, कुतुब शाही मकबरे, मकबरा शम्स अल-उमरा, तारामती बारादरी, किंग कोठी पैलेस और बाग-ए-आम जैसे हैदराबाद की बाकी जगहों की सैर भी कर सकते हैं। 

हैदराबाद का जायका: यह शहर उन लोगों के लिए भी एक स्वर्ग है जो नॉनवेज खाने के शौकीन होते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि यहां का कोई शाकाहारी खाना अच्छा नहीं होता। मिर्ची का सालन, खट्टी दाल, कबूली पुलाव, हैदराबादी खिचड़ी और शीर खुरमा भी यहां काफी मजेदार बनते हैं। नॉनवेज में हैदराबादी बिरयानी, दम पुख्त, हैदराबादी मरग, मगज मसाला और गोश्त पसिंदे सबसे लोकप्रिय हैं। कीमा समोसा और लुखमिस हैदराबाद के स्ट्रीट फूड के कुछ व्यंजन हैं जिनका आप आनंद ले सकते हैं। 

कैसे पहुंचें : शहर से 20 किमी दूर शमशाबाद में राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों के कई शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।  हैदराबाद रेलवे स्टेशन, सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन, और काचीगुडा रेलवे स्टेशन शहर के प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं जो इसे बैंगलोर, चेन्नई, नई दिल्ली, मुंबई और पुणे जैसे प्रमुख भारतीय शहरों से जोड़ते हैं। शहर का बस टर्मिनस अपने पड़ोसी शहरों जैसे औरंगाबाद, बैंगलोर, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, तिरुपति और पणजी से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।

अमृतसर : पंजाब का स्वर्ण शहर

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भारत में सिख संस्कृति के केंद्र, अमृतसर को 1574 में गुरु राम दास द्वारा एक पवित्र शहर के रूप में स्थापित किया गया था। चौथे सिख गुरु - गुरु राम दास ने खुदाई की और इसे पवित्र जल या अमृत की झील (सरोवर) में बदल दिया। यहां असंख्य मंदिरों, गुरुद्वारों और संग्रहालयों के अलावा, कटारा (संकरी गालियां) हैं जो मूल रूप से रहने की छोटी जगहें हैं जहां युद्ध के दौरान लोग सुरक्षित रह सकते थे।

क्या है खास: अमृतसर में घूमने के लिए श्री हरमंदिर साहिब (स्वर्ण मंदिर), जलियांवाला बाग और वाघा बॉर्डर सबसे लोकप्रिय स्थान हैं। इसके अलावा, कई अन्य मंदिर, गुरुद्वारे, संग्रहालय और बहुत कुछ हैं जो अमृतसर को भारतीय संस्कृति और विरासत का अनुभव करने के लिए सबसे अच्छी जगहों में से एक बनाते हैं। दुर्गियाना मंदिर, अकाल तख्त और माता लाल देवी मंदिर अमृतसर के सबसे प्रमुख धार्मिक स्थल हैं। महाराजा रणजीत सिंह संग्रहालय में सिख साम्राज्य की उत्पत्ति का एक समृद्ध अनुभव मिलता है। 

अमृतसर का जायका: यहां की तेजतर्रार पंजाबी संस्कृति के अलावा यहां का खाना भी पूरी दुनिया में मशहूर है। आपको भरवां दा ढाबा में अमृतसरी कुलचा, लस्सी और छोले भटूरे खूब स्वादिष्ट मिलेंगे। सुरजीत चिकन हाउस, तंदूरी चिकन और अमृतसरी मछली के लिए सबसे प्रसिद्ध है। स्वर्ण मंदिर परिसर में किसी को भी गुरु का लंगर नहीं छोड़ना चाहिए। 

कैसे पहुंचें : श्री गुरु राम दास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (एटीक्यू) शहर के केंद्र से 11 किमी की दूरी पर है। दैनिक उड़ानें अमृतसर और ज़्यादातर भारतीय के साथ-साथ कुछ अंतरराष्ट्रीय शहरों जैसे टोरंटो, दुबई, लंदन, सिंगापुर और ताशकंद के बीच चलती हैं। अमृतसर रेलवे स्टेशन अन्य भारतीय शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। सड़क मार्ग से पंजाब के अन्य शहरों के साथ-साथ दिल्ली, शिमला और जम्मू से भी बसें उपलब्ध हैं।

दिल्ली : कई संस्कृतियों की खुशबू

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भारत की राजधानी दिल्ली कई धर्मों और राजवंशों से काफी प्रभावित रही है। राजपूतों, सुल्तानों, खिलजी, मुगलों और यहां तक ​​कि अंग्रेजों ने इन जमीनों पर शासन किया और स्मारकों, चित्रों, कलाकृतियों, साहित्यिक कृतियों, रीति-रिवाजों, त्योहारों के रूप में अपने पीछे अपना एक हिस्सा छोड़ गए। शायद यह प्रमुख वजह है कि भारत के ज़्यादातर त्योहार यहां समान उत्साह और मशहूर हस्तियों के साथ मनाए जाते हैं। 

क्या है खास: इंडिया गेट, लाल किला, पुराना किला और कुतुब मीनार दिल्ली के सबसे प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। अगर आप शहर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करना चाहते हैं तो सिर्फ दिल्ली के ऐतिहासिक स्थलों को देखने भर से काम नहीं चलेगा। यहां के संग्रहालय, कला दीर्घाएं, सांस्कृतिक केंद्र, थिएटर और खाने के ठिकाने मिलकर दिल्ली को भारतीय सांस्कृतिक विरासत की सबसे खास जगहों में से एक बनाते हैं।

दिल्ली का जायका : दिल्ली जिस तरह देश की राजधानी है उसी तरह कमाल के खाने में भी इसका कोई सानी नहीं है। पराठों के लिए तो यहां की एक पूरी गली ही मशहूर है। इसके अलावा छोले भटूरे, छोले कुल्चे, राम लड्डू, गोलगप्पे, दौलत की चाट, मोमोज, कबाब, निहारी और बटर चिकन भी खूब पसंद किए जाते हैं।

कैसे पहुंचें : दिल्ली में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा घरेलू और अंतरराष्ट्रीय शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। दिल्ली और देश के अन्य प्रमुख शहरों के बीच नियमित ट्रेनें चलती हैं। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन, निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन, सराय रोहिल्ला, आनंद विहार और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन दिल्ली के कुछ प्रमुख रेलवे स्टेशन हैं। दिल्ली सड़क मार्ग से उत्तर भारत के विभिन्न शहरों से जुड़ा हुआ है। स्थानीय, डीलक्स और एसी वोल्वो बसें दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य शहरों के बीच चलती हैं।

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