जहां आंखों के सामने गायब हो जाता है समंदर

अनुषा मिश्रा 07-12-2022 04:29 PM My India
क्या आपने अपनी आंखों के सामने चीजों को गायब होते देखा है? खैर, ऐसा कई बार होता है, जब हम चीजों को किसी जगह रख देते हैं और भूल जाते हैं कि हमने उन्हें कहां रखा है। लेकिन, क्या हो अगर हम आपको एक ऐसे समुद्र के बारे में बताएं जो गायब हो जाता है? हां, आपने सही पढ़ा है। हम बात कर रहे हैं ओडिशा के एक सुनसान समुद्र तट की, जहां आप समुद्र को रहस्यमय तरीके से गायब होते देख सकते हैं। हम बात कर रहे हैं चांदीपुर बीच की जो टूरिस्ट्स के साथ लुका-छिपी करने के लिए जाना जाता है। 


ओडिशा के चांदीपुर में वाकई एक ऐसा बीच है जहां दिन में समुद्र गायब हो जाता है और रात में वापस आ जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि समुद्र का पानी भाटा के दौरान 2-5 किमी पीछे हट जाता है। यह हाई टाइड और लो टाइड के बीच का समय होता है। और हाई टाइड यानी उच्च ज्वार के समय यह बीच पर वापस आ जाता है। यह असामान्य प्राकृतिक घटना यहां रोज़ होती है।

यहां आप अपनी आंखों के सामने समंदर को सामने आते और गायब होते देख सकते हैं। जब समुद्र पीछे हटता है तब आप उस पर चल भी सकते हैं। कई टूरिस्ट और यहां रहने वाले लोग सुबह इस तट पर टहलने आते हैं और अपनी आंखों के सामने इस अनोखी घटना को देखते हैं। वैसे समुद्र के आगे आने और पीछे जाने का कोई निश्चित समय नहीं है क्योंकि यह चंद्रमा चक्र पर निर्भर करता है। इस अनूठी घटना के अलावा, यह समुद्र तट और भी कई मायनों में खास है। 

एक यादगार सैर

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जब यहां का पानी पीछे हटा हुआ होता है तब यहां चलने, बाइक चलाने या यहां तक ​​कि कार चलाने में भी बेहद मज़ा आता है। समुद्र के पानी को छूने के लिए समुद्र के हिस्से में ही कई किलोमीटर तक आगे जाकर मन खुश हो जाता है। 


सैक्युलेन्ट सीफूड

चांदीपुर अपने समुद्री भोजन के लिए भी प्रसिद्ध है - विशेष रूप से झींगे और पोम्फ्रेट्स के लिए। तो अगली बार जब आप यहां आएं तब समुद्र तट पर बनी सैक्स में मुंह में पानी लाने वाले उड़िया-शैली के तले हुए झींगे और पोम्फ्रेट को चखना न भूलें।


सुरम्य और सुनसान

रेत के टीले, रॉक बीच और हरे-भरे कैसुरिना के पेड़ चांदीपुर को सबसे शानदार समुद्र तटों में से एक बनाते हैं। ये सब मिलकर इस सी बीच को रोमांटिक जगह बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ते। शोर शराबे और लोगों की भीड़ से भरे बाकी बीचेज से अलग, चांदीपुर एक सुनसान और खूबसूरत तट है। रेत पर लेट कर आराम करना और समुद्र को पीछे हटते या आगे बढ़ते हुए देखना यहां कमाल का अनुभव देता है।

जैव विविधता का घर

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चांदीपुर जैव विविधता की एक विस्तृत श्रृंखला का घर है। कई तरह की मछली प्रजातियों के अलावा, दुर्लभ घोड़े की नाल, सामान्य केकड़े और छोटे लाल केकड़े अक्सर यहां बीच पर देखने को मिल जाते हैं।


भारतीय सेना की इंटीग्रेटेड टेस्ट रेंज (ITR)

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के तहत समुद्र तट का एक हिस्सा भारतीय सेना का आईटीआर है। यहां से आकाश, शौर्य, अग्नि और पृथ्वी बैलिस्टिक मिसाइलों का प्रक्षेपण किया गया है। 


कैसे पहुंचें चांदीपुर

चांदीपुर में या उसके आसपास कोई हवाई अड्डा नहीं है, इसलिए आप कोलकाता या भुवनेश्वर के लिए उड़ान भर सकते हैं, उसके बाद किसी भी शहर से चांदीपुर पहुंचने के लिए बस या कैब की सवारी कर सकते हैं। कोलकाता में नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और भुवनेश्वर में बीजू पटनायक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा देश और बाहर के प्रमुख शहरों से नियमित घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें संचालित करते हैं।

यहां आने के लिए बेस्ट ऑप्शन्स में से एक है ट्रेन। यहां बालासोर में रेलवे जंक्शन है जो चांदीपुर से लगभग 15 किमी दूर है। बालासोर कई नियमित ट्रेनों के माध्यम से देश के कई महत्वपूर्ण शहरों से जुड़ता है।

सड़क मार्ग से चांदीपुर आने वाले लोग राष्ट्रीय राजमार्ग 5 से बालासोर तक आ सकते हैं। यह चांदीपुर से लगभग 14 किलोमीटर है। चांदीपुर और कोलकाता के बीच नियमित बसें चलती हैं, निजी कैब भी किराए पर उपलब्ध हैं। 

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