खूबसूरती का खजाना है झारखंड की ये घाटी
									घूमने के लिए है बहुत कुछ
	
											
									झारखंड की राजधानी रांची से सिर्फ 40 किमी दूर स्थित, शानदार पतरातू घाटी शहरों के हेक्टिक जीवन से अलग एकदम शांत और सुंदर जगह है। चारों ओर हरियाली के साथ, पतरातू आपके दिल के साथ आंखों को भी सुकून पहुंचाती है। यहां का पतरातू बांध और एक बिजली संयंत्र लोकल लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है। स्थानीय लोगों के लिए, पतरातू एक शांत वीकेंड गेटवे है। घाटी में होटल और रिसॉर्ट्स भी हैं जिससे टूरिस्ट्स को यहां रुकने में कोई दिक्कत नहीं होती।
रांची से पतरातू की छोटी ड्राइव आपको बेहतरीन और सुंदर रास्तों से लेकर जाती है। इस ड्राइव में कई एस-कर्व, हेयरपिन मोड़ और सुंदर नज़ारे हैं। यहां की ड्राइव आपको मनाली या वालपराई के हेयरपिन मोड़ की याद दिला देगी। यहां का रास्ता इतना सुंदर है और यहां देखने के लिए इतना कुछ है कि आपका मन बार-बार अपनी गाड़ी रोककर तस्वीरें लेने का करेगा। घाटी में पहुंचने के बाद आप जंगलों में ट्रेकिंग, लंबी वॉक ट्रेल कर सकते हैं या फिर नदियों और झीलों के किनारे कुछ समय बिता सकते हैं। पतरातू घाटी उन लोगों के लिए एकदम सही है जो शहर की हलचल से दूर घूमने और खुद के लिए कुछ शांत समय बिताना पसंद करते हैं।
	
											
									कब जाएं
गर्मियों को छोड़कर आप किसी भी मौसम में यहां जा सकते हैं लेकिन पतरातू घूमने के लिए अक्टूबर से मार्च के बीच का समय बेस्ट होता है।
कैसे पहुंचें
यहां का नज़दीकी हवाई अड्डा बिरसा मुंडा हवाई अड्डा है। यह पतरातू से लगभग 50 किमी दूर रांची में है। कुछ प्रमुख भारतीय शहरों और राज्यों से उड़ानें यहां उतरती हैं। इसमें दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर, हैदराबाद, मुंबई, भुवनेश्वर आदि शामिल हैं। शहर का अपना रेलवे स्टेशन है। कोलकाता, दिल्ली, पटना और कुछ अन्य उत्तर भारतीय राज्यों से यहां आप डायरेक्ट ट्रेन से आ सकते हैं। लेकिन आप यहां आने के लिए रांची तक ही ट्रेन से आएं। पतरातू घाटी रांची रेलवे स्टेशन से केवल 35 किलोमीटर दूर है। यहां से पतरातू का रास्ता बेहद सुंदर है। पतरातू घाटी के लिए कोई सार्वजनिक परिवहन उपलब्ध नहीं है। बेशक, यहां निजी टैक्सी, ओला और उबर सेवाएं चालू हैं।
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