भारत में हैं ये जंगल ट्रैक, एडवेंचर के शौकीनों के लिए जन्नत से कम नहीं

अनुषा मिश्रा 12-06-2021 07:19 PM Adventure
ढेर सारी हरियाली, हवा के साथ आती पत्तों की आवाजें, चिड़ियों की चहचहाहट और बीच में से कभी हाथी की चिंघाड़ तो कभी बाघ की दहाड़। ये सब शायद हर किसी को पसंद होता है। अगर आप वाइल्ड लाइफ प्रेमी हैं, तब तो सोने पर सुहागा। हमारे देश में ऐसे कई जंगल हैं जहां पर आप कुदरत की इन नेमतों का जी भर कर मजा ले सकते हैं। साथ में एडवेंचर का डोज तो होगा ही। भारत के जंगलों के बारे में लोग बहुत कम ही जानते हैं। यहां ट्रैकिंग का मजा ही कुछ और होता है। एडवेंचर के शौकीन लोगों को हाइकिंग और ट्रैकिंग का लुत्‍फ उठाने का मौका भी इन जंगलों में ही मिलता है। हम आपको बताने जा रहे हैं देश के ऐसे ही कुछ जंगलों के बारे में जहां आप खूब मजे कर सकते हैं। 

कुंजखड़क ट्रैक, उत्तराखंड

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हिमालय की तलहटी में जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क के पास पंगोट से इस ट्रैक की शुरुआत होती है। अगर आपको एडवेंचर का शौक है और दूर-दराज के इलाकों में जाना पसंद करते हैं तो यह ट्रैक आपको जरूर पसंद आएगा। रास्ते में आपको देवदार के पेड़ों से भरा आकाशकंदा का जंगल मिलेगा और कोसी नदी का साथ भी। मध्यम लेवल के इस ट्रैक पूरा होने में दो से तीन दिन का समय लग जाता है इसलिए खाने पीने की चीजें अपने साथ जरूर रखें।

मुदुमलई, तमिलनाडु

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तमिलनाडु के मुदुमलई नेशनल पार्क के बारे में आपने शायद सुना होगा। बेहद ही सुंदर है यह जगह। अगर यूं कहें कि जंगल ट्रैकिंग के लिए इससे बेहतर जगह आपको कहीं और नहीं मिलेगी तो कुछ भी गलत नहीं होगा। ये ट्रैक ज्‍यादा मुश्किल नहीं है और यहां पर आपको रहने के लिए हॉस्‍टल, होटल, रिजॉर्ट और गांव के घरों में रहने की सुविधा भी मिल जाएगी। आसपास के गांवों से ही ट्रैक की शुरुआत होती है। ट्रैकिंग के इस रास्‍ते में आपको मुदुमलई के कई खूबसूरत नजारे देखने को मिलेंगे। आसान से इस ट्रैक को पूरा होने में दो से तीन घंटे का ही समय लगता है। 

नेत्रवली वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य, गोवा

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ऐसा कौन घूमने का शौकीन होगा जिसे गोवा न पसंद हो। गोवा जाना तो हर किसी का सपना होता है और जो एक बार हो आया वो दोबारा जाने के लिए हमेशा तैयार रहता है। अगर गोवा में आपको समंदर के किनारों के साथ जंगल का साथ भी मिल जाए तो क्या कहना। यहां हरे-भरे जंगलों से ढका नेत्रवली वन्‍यजीव अभ्‍यारण्‍य ट्रैकिंग के लिए बेहतरीन है। यहां पर आपको कई तरह की वनस्‍पतियां और वन्‍यजीव भी देखने को मिलेंगे। गोवा के इन जंगलों में 30 मीटर ऊंचे पेड़ हैं जो इस जगह और भी ज्‍यादा रोमांचक बनाते हैं। जंगल ट्रैकिंग के लिए ये जगह एकदम परफेक्‍ट है। बिगीनर्स के लिए मुफीद यह ट्रैक मॉनसून में बेहतरीन हो जाता है।

कोडाचाद्रि ट्रैक, कर्नाटक

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समुद्र तट से 4,406 फीट की ऊंचाई पर स्थित कोडाचाद्रि चोटि मूकांबिका नेशनल पार्क के पास कर्नाटक के शिवमोगा क्षेत्र में स्थित है। ट्रैकिंग के लिए इस जगह पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। पश्चिमी घाट की गोद में बसे झरनों और हरे-भरे जंगलों और वनस्‍पतियों और जीवों से ये ट्रैकिंग ट्रैक होकर गुजरता है। मध्यम लेवल के इस ट्रैक को पूरा करने में दो से तीन दिन का समय लगता है। 

टल्‍ले घाटी, अरुणाचल प्रदेश

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अरुणाचल प्रदेश में देवदार के पेड़ों के कई जंगल हैं जिनमें केले के पेड़ और हरी-भरी घाटियां भी शामिल हैं। प्राकृतिक सौंदर्य से सराबोर इस जगह पर कई तरह के वनस्‍पति और वन्‍यजीव आपको देखने को मिल जाएंगे। भारत के सभी राज्यों में अधिकतम वन आवरण है यहीं का है। जंगल ट्रैकिंग के लिए अरुणाचल प्रदेश की टल्‍ले घाटी बहुत मशहूर है। ये ट्रैक प्राकृतिक वनस्‍पतियों ही नहीं बल्कि घने बांस के क्षेत्र के रूप में भी जाना जाता है। हालांकि, इस जंगल में अब तक शहरीकरण की छाया नहीं पड़ी है इसलिए यहां पर जंगल ट्रैकिंग और फॉरेस्‍ट कैंपिंग का मज़ा लिया जा सकता है। समयावधि: 2 से 3 दिन लेवल: मध्‍यम कब जाएं: वसंत और पतझड़ यानि अक्‍टूबर से अप्रैल तक का समय यहां आने के लिए सही रहता है। इस दौरान इस ट्रैक का मौसम बहुत सुहावना रहता है।

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