
किसी दूसरे देश के सफर पर निकलना एक रोमांचक अनुभव होता है, लेकिन इसके लिए सही तैयारी से बढ़कर कुछ नहीं। सिर्फ बैग पैक करना ही काफी नहीं है, आपको वैलिड पासपोर्ट, वीजा और आइडेंटिटी प्रूफ जैसे जरूरी कागजात साथ रखने होंगे। इसके अलावा, फ्लाइट टिकट, होटल कन्फर्मेशन, ट्रैवेल आइटिनरी और पहले से बुक किए गए इवेंट टिकट आपके सफर को आसान बनाते हैं। ट्रैवल इंश्योरेंस, विदेशी करेंसी, और इमरजेंसी कॉन्टैक्ट्स जैसी चीजें एकदम से आई मुश्किलों में आपकी मदद करती हैं। चाहे आप पहली बार विदेश जा रहे हों या अक्सर जाते रहते हों, इन डॉक्युमेंट चेकलिस्ट आपको तैयार रखेगी और लास्ट मिनट की अफरा-तफरी से बचाएगी।
दुनिया में ऐसी कई जगहें हैं जो अपनी सुंदरता के लिए जानी जाती हैं और दुनिया भर से हजारों पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। पहाड़ की चोटियों से लेकर घने जंगल तक तक, समंदर से लेकर घाटियों तक ये जगहें कभी अपनी खूबसूरती तो कभी किसी और खूबी से टूरिस्ट्स की पसंद बन जाती हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में कुछ ऐसी जगहें भी हैं जो लोगों को इसलिए पसंद आती हैं क्योंकि वे किसी न किसी वजह से खतरनाक हैं। अगर आप भी इनके बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं तो परेशान न हों। हम आपको बता रहे हैं 5 ऐसी जगहों के बारे में जो काफी खतरनाक हैं फिर भी लोग वहां जाना पसंद करते हैं।
एक बार जब आपको पता चल जाता है कि आप प्रेग्नेंट हैं, तो दुनिया अलग हो जाती है। आपकी ज़िंदगी हमेशा के लिए बदलने वाली होती है। जब आप शादी करते हैं, तो हनीमून एक ऐसा समय माना जाता है जब आप अपने जीवनसाथी को जानते हैं और रिश्ते को मजबूत करते हैं। इसके अलावा आपको मौका मिलता है कि आप अपने पार्टनर के साथ रहें और कुछ क्वालिटी टाइम स्पेंड करें। उसे परिवार के झंझटों में पड़ने से पहले जान लें। इसी तरह जब आप प्रेग्नेंट होती हैं तब भी आपको कुछ वक्त अपने पार्टनर के साथ बिताना चाहिए और आने वाले वक्त के लिए खुद को नई एनर्जी के साथ तैयार करना चाहिए। इसके लिए बेबीमून बेस्ट तरीका है। बेबीमून क्या है? दुनिया भर में कपल्स बच्चे के आने से पहले बेबीमून की छुट्टियां ले रहे हैं। चूंकि बच्चा आपको और आपके साथी दोनों को व्यस्त रखेगा, इसलिए आपको अगली बार घूमने के न जाने कब मौका मिलेगा। इसने 'बेबीमून' की शुरुआत की, जो आपके बच्चे के जन्म से पहले की छुट्टी है।परफेक्ट बेबीमून कैसे प्लान करेंप्रेग्नेंसी के सिम्पटम्स, बेसिक सुरक्षा और कम चलने वाला होने की वजह से बेबीमूनिंग हनीमून जितना आसान नहीं है। इसका मतलब है कि आपके पास यात्रा के ऑफ-लिमिट ऑप्शन्स के लिए एक चेकलिस्ट होनी चाहिए जिससे आप ट्रेवल के दौरान सेफ रहें। आपको ये भी ध्यान में रखना होगा कि आपकी हेल्थ से कोई समझौता न हो। इस तरह चुनें लोकेशनअक्सर इस बात को लेकर दुविधा रहती है कि बेबीमून के दौरान आपको किस लोकेशन पर जाना चाहिए। दो बातें जो आपको यह तय करने में मदद कर सकती हैं, वे हैं प्रेफरेंस और ट्रेवल में लगने वाला वक़्त। जहां तक लोकेशन की बात है, यह आपकी सहूलियत और पसंद पर निर्भर करती है। रिसर्चर्स का कहना है कि ज़्यादा समय तक बैठने से गर्भवती महिलाओं में गेस्टेशनल डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए ऐसी यात्रा से बचें। आप भले ही लम्बा इंटरनेशनल ट्रेवल नहीं कर सकतीं लेकिन हमारे देश में भी कई जगहें ऐसी हैं जो रेलवे से जुड़ी हुई हैं। यहां तक आप ट्रेन में लेट कर आराम से सफर कर सकती हैं या अपनी गाड़ी से रुकते-रुकाते पहुंच सकती हैं।
रेगिस्तान के बारे में जब भी बात होती है तो डोर-डोर तक फैले रेत की ही याद आती है। बस रेत ही रेत, उसमें और कुछ नहीं। कहीं-कहीं कुछ कैक्टस या रेत में होने वाले पौधे उग आते हैं लेकिन वे भी जीवन से कोसों दूर लगते हैं। न कहीं पानी नज़र आता है और न ही फूल। रेगिस्तान को गर्म, शुष्क और तपा देने वाला ही माना जाता है लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी कि दुनिया में कुछ ऐसे भी रेगिस्तान हैं जहां फूल उगते हैं, पानी का लगून है, बर्फ गिरती है। यकीन नहीं आ रहा न ? कोई बात नहीं। हम बताते हैं आपको इन रेगिस्तानों के बारे में…
अगस्त के महीने में हवा में ताजगी और हर तरफ हरियाली होती है। जो लोग घूमने के शौक़ीन हैं मॉनसून का मौसम उनके लिए बेस्ट होता है। इस मौसम में घूमने में खर्च भी कम होता है। कहते हैं कि बारिश का मौसम उन लोगों के लिए नहीं है जो हमेशा जल्दी में रहते हैं, बल्कि उनके लिए होता है जो हमेशा कुछ एडवेंचरस करने के लिए तैयार रहते हैं और कुदरत को असली खूबसूरती में देखकर खुश होते हैं। अगर आप भी बारिश पसन्द लोगों में से एक हैं तो हम आपके लिए लेकर आए हैं भारत की 5 ऐसी जगहों की लिस्ट जो जहां घूमकर आप अपने मॉनसून को यादगार बना सकते हैं।
प्रभु राम की नगरी अयोध्या का जिक्र आते ही आपके दिमाग में सबसे पहले क्या खयाल आता है? सरयू का घाट, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और राम मंदिर सब जैसे नज़र के सामने घूमने लगता हो।पिछले कई महीनों या कहें सालों से अयोध्या जाने का प्लान बनता, हर बार किसी न किसी वजह से कैंसिल हो जाता, लेकिन इस बार तो हमने ठान ही लिया था कि चाहे जो हो जाए अयोध्या जाकर ही रहेंगे। फिर क्या सुबह चार बजे लखनऊ से अयोध्या के लिए निकल पड़े, हमारे बड़े बुजुर्ग भी कहते आए हैं कि जो भी करना है भोर में उठकर ही करना है। सुबह-सुबह हाइवे के दो तरफ खेतों में गेहूं की पकती बालियां, सरसों के कटते खेत, घोसलों को छोड़कर उड़ती चिड़िया और कहीं-कहीं पर सिर पर गठ्ठर उठाए महिलाएं भी दिखीं, उस दिन लगा कि जैसे सारी दुनिया हमें अयोध्या जाने के लिए विदा करने के लिए आ गई हो। कई घंटों के सफर के बाद आखिरकार हम अयोध्या पहुंच गए, अयोध्या बिल्कुल नई सी लग रही थी क्योंकि मैं सालों बाद यहां आयी थी। पिछले कुछ सालों में बहुत कुछ बदल गया था, मैंने खुद से कहा कि अब हम असली अयोध्या पहुंचे हैं।राम की नगरी में आने के बाद मन जैसे शांत हो गया हो। कोई उथल- पुथल नहीं थी दिमाग में बस जैसे कोई वैरागी स्थिर हो जाता है वैसे ही मैं बिल्कुल स्थिर थी। मंदिरों और दुकानों को पार करते हुए हम सीधे सरयू नदी के तट पर पहुंच गए, वो नदी जिसका उल्लेख रामायण में भी मिलता है। नदी तट पर पहुंचते ही हम कई घंटों तक नदी में नहाते रहे क्योंकि गर्मी और धूप से बचने का ये सबसे बेहतरीन तरीका था। सरयू में डुबकी लगाते ही ऐसे लगा कि जैसे कई महीनों की थकान आज मिट गई हो, हम अपने दुख परेशानी सब नदी में बहा आए हों। सारे पाप, दुख, दर्द को सरयू ने हमसे बिल्कुल वैसे ले लिया हो जैसे मां अपने बच्चे से उसकी तकलीफें ले लेती है।
बादलों के गड़गड़ाहट की आवाज, मिट्टी की मीठी ताज़ा महक और हरी पत्तियों पर पानी की छोटी-छोटी बूंदें, जुलाई में मानसून न केवल चिलचिलाती गर्मी से राहत देता है बल्कि कुदरत के खूबसूरत रंगों से हमें मिलवाता है। वैसे तो लोगों को बारिश में घूमना नहीं भाता लेकिन ऐसे लोगों की भी कमी नहीं है जो हर साल मानसून आने का इंतज़ार करते हैं। ताकि वो इस मौसम में सबसे सुंदर दिखने वाली जगहों को जी भरकर निहार सकें। यहां की यात्रा कर सकें। हम आपको बता रहे हैं भारत की ऐसी 5 जगहों के बारे में जो जुलाई में बेहद खूबसूरत हो जाती हैं। केरल"गॉड्स ओन कंट्री" - केरल वास्तव में जुलाई में उफनती नदियों, हरे-भरे जंगलों और हवाओं की धुन पर लहराते नारियल के पेड़ों के साथ जीवंत हो उठता है। अलेप्पी के बैकवाटर और मुन्नार के हरे-भरे हिल स्टेशन, अथिरापल्ली और वज़ाचल के झरनों की कुदरती सुंदरता मानसून के दौरान देखने लायक होती है। केरल में जुलाई में घूमें ये जगहेंमुन्नार, एलेप्पी, पेरियार, वेम्बनाड और पोनमुडीक।केरल में जुलाई में करें ये एक्टिविटीज हाउसबोट या ट्रीहाउस में रहें, मसाले के बागान घूमें, थेय्यम और कलारीपयट्टू देखें, बैकवाटर पर क्रूज, और आयुर्वेदिक मसाज कराएं।केरल का मौसमकेरल का औसत तापमान जुलाई के महीने में 24 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है। कैसे पहुंचें केरलअगर आप हवाई यात्रा करना चाहते हैं तो त्रिवेंद्रम अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, कालीकट अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा और कन्नूर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा के लिए उड़ान ले सकते हैं। यहां के बड़े रेलवे स्टेशन - तिरुवनंतपुरम सेंट्रल, एर्नाकुलम जंक्शन और एर्नाकुलम टाउन, कोझीकोड, त्रिशूर, कन्नूर, कोल्लम जंक्शन, अलुवा, पलक्कड़ जंक्शन, कोट्टायम, शोरानूर जंक्शन, थालास्सेरी हैं।
कहते हैं कि जब भगवान श्री कृष्ण ने अपनी देह का त्याग किया और उनका अंतिम संस्कार किया गया तो एक हिस्से को छोड़कर उनका पूरा शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया। उनका हृदय जो उनके इस दुनिया से विदा लेने के बाद भी धड़कता रहा। कहते हैं कि वह दिल आज भी सुरक्षित है और भगवान जगन्नाथ की लकड़ी की मूर्ति के अंदर है। ओडिशा के पुरी शहर में बना भगवान जगन्नाथ का मंदिर अपने अंदर हज़ारों रहस्य समेटे है। इस बार हम आपको बताएंगे इसी मंदिर का इतिहास।
हंसी वादियां और खुला आसमां, ऐसा कौन है जिसका ये सब देखने का मन न करता हो? कोई बड़ा घुमक्कड़ होता है तो कोई गाहे-बगाहे घूमने का प्लान बनाता है। कई लोग होते हैं जिनके सारे प्लान सक्सेस हो जाते हैं लेकिन कई लोग होते हैं जो प्लान तो बनाते हैं लेकिन वे मुकम्मल नहीं हो पाते। कभी वक्त नहीं होता और कभी बजट ये ख्वाहिश पूरी करने से रोक देता है। अगर आपके साथ भी ऐसा होता है तो परेशान न हों। हम आपके लिए ले आए हैं कुछ ऐसी जगहों की लिस्ट जहां आप बहुत कम खर्च में और कम समय में घूम सकते हैं। अगर आप दिल्ली में रहते हैं तो ये लिस्ट आपके लिए ही है।
दुनिया खूबसूरती से भी भरी हुई है। यहां पेड़ हैं, पहाड़ हैं, बर्फ से लदी वादियां हैं। बलखाती इतराती नदियां हैं और तो और समंदर के किनारे छूने को बेकरार दिखती लहरें भी हैं। इसके अलावा भी दुनिया में ऐसा बहुत कुछ है, जो थोड़ा छिपा हुआ है। हम बात कर रहे हैं गुफाओं की। एडवेंचर पसंद करने वाले टूरिस्ट्स के लिए भारत में गुफाओं की कमी नहीं है। इस इश्यू में हम आपको महाराष्ट्र की प्रमुख गुफाओं के बारे में बताएंगे। इसमें अजंता-एलोरा जैसी वर्ल्ड फेसम गुफाएं तो हैं ही साथ ही छोटी-छोटी कई अन्य गुफाएं भी हैं, जिनकी बनावट देखकर आप हैरान रह जाएंगे।
यूं तो पुरानी इमारतों, किलों को देखकर सिर्फ कारीगरी और सत्ता की लड़ाइयों की याद आती है, लेकिन हमारे देश में कुछ ऐसी इमारतें भी जो इश्क की कहानी कहती हैं। मोहब्बत की निशानी मानी जाने वाली इन इमारतों ने पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों को अपनी कहानी सुनाई है।