यूपी: सोनभद्र के ये 5 ठिकाने हैं बेहद खूबसूरत

अनुषा मिश्रा 16-07-2022 04:45 PM Travel To States
यूँ तो उत्तर प्रदेश के लास पर्यटकों को लुभाने के लिए बनारस, मथुरा, अयोध्या, आगरा, लखनऊ जैसी कई बड़ी जगहें हैं लेकिन यहां के छोटे-छोटे शहर भी अपने आप में बहुत खूबसूरती समेटे हैं। ऐसा ही एक जिला है सोनभद्र। यहां बारिश के मौसम को और भी सुंदर बनाने के लिए ऐसे कई ठिकाने हैं जो आपका मन मोह लेंगे।

विजयगढ़ किला
400 फीट लंबा, 5वीं शताब्दी का विजयगढ़ किला उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में कोल राजाओं ने बनवाया था। यह रॉबर्ट्सगंज से लगभग 30 किमी दूर रॉबर्ट्सगंज-चर्च रोड पर मऊ कलां गांव में है। किले का लगभग आधा क्षेत्र कैमूर रेंज की खड़ी चट्टानी पहाड़ियों से भरा है। किले की कुछ अनूठी विशेषताओं में गुफा में बने चित्र, मूर्तियाँ, शिलालेख और चार बारहमासी तालाब शामिल हैं जो कभी सूखते नहीं हैं। मुख्य द्वार मुस्लिम संत, सैय्यद ज़ैन-उल-अब्दीन मीर साहिब की कब्र से पहले है, जिसे लोकप्रिय रूप से हज़रत मीरान शाह बाबा कहा जाता है। यहां इन महान संत को समर्पित एक उर्स या मेला हर साल अप्रैल में आयोजित किया जाता है जिसमें सभी धर्मों के भक्तों की बड़ी भीड़ होती है।

नौगढ़ किला
नौगढ़ किला रॉबर्ट्सगंज में नौगढ़ टाउनशिप से लगभग 2 किमी और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में चकिया के दक्षिणी हिस्से में 40 किमी की दूरी पर है। किले का निर्माण काशी नरेश ने करवाया था। पिछले कुछ समय से इसे सरकारी अधिकारियों के लिए गेस्ट हाउस के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। किला से कर्मनाशा नदी और आसपास के क्षेत्र काफी सुंदर दिखता है।
नौगढ़ किले के आसपास कुछ अवशेष मिले हैं। ये अवशेष 3000 वर्ष पुराने हैं और इसके प्राचीन इतिहास के साक्षी हैं। किले के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में एक पहाड़ है जिसे गेरुवातवा पहाड़ कहा जाता है। यह पहाड़ धातु और खनिज के अवशेषों से भरा हुआ है। 

रिहंद डैम

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रिहंद बांध उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में रेणुकूट-शक्तिनगर मार्ग पर पिपारी में है। यह रेणुकूट से 8 किमी और उस जगह से लगभग 46 किमी दूर है जहां सोन नदी छत्तीसगढ़ में सरगुजा जिले के दक्षिणी हाइलैंड्स के साथ सीमा पर रिहंद नदी में मिलती है। बांध गोविंद बल्लभ पंत सागर झील नामक जलाशय पर सोन नदी की सहायक नदी रिहंद नदी पर बनाया गया है। यहां का तालाब 450 वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर करता है। 1954 में शुरू हुआ, 91.44 मीटर ऊंचे और 934.21 मीटर लंबा ये बांध 1962 में बनकर तैयार हुआ। यहां एक टरबाइन लगी है जो 300 मेगावाट बिजली पैदा करती है। इसका प्रबंधन यूपी हाइड्रोइलेक्ट्रिकिटी कॉर्पोरेशन लिमिटेड करता है। बांध का पानी रिहंद नदी में छोड़ा जाता है ताकि राज्य में कृषि भूमि की सिंचाई पूरे साल की जा सके।

मुखा फॉल्स

मुखा फॉल्स रॉबर्ट्सगंज-घोरावल-मुख दारी रोड पर रॉबर्ट्सगंज के पश्चिम में लगभग 55 किमी और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में शिवद्वार से 15 किमी दूर है। यह झरना देवी मंदिर और करिया ताल या बेलन नदी पर झील के करीब है। अगर यह कहा जाए कि उस मौसम में घूमने के लिए यह सोनभद्र के सबसे खूबसूरत ठिकानों में से एक है तो गलत नहीं होगा। 

राजदारी व देवदारी फॉल्स

राजदारी और देवदारी दोनों झरने चंद्र प्रभा वन्यजीव अभयारण्य में हैं। इन दोनों में से 65 मीटर ऊंचा राजदारी झरना अभयारण्य के कई झरनों में सबसे बड़ा है। यह एक सीढ़ीदार झरना है और हरियाली से घिरा हुआ है। सरकार ने इसके पास में एक पिकनिक स्पॉट भी बनाया है, जो पिकनिक मनाने वालों और पर्यटकों को खूब भाता है। देवदारी झरना, राजदारी झरने के नीचे की ओर लगभग 500 मीटर की दूरी पर है। बारिश, सर्दियों और वसंत के महीनों में यहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।

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