यूपी: सोनभद्र के ये 5 ठिकाने हैं बेहद खूबसूरत
रिहंद डैम
रिहंद बांध उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में रेणुकूट-शक्तिनगर मार्ग पर पिपारी में है। यह रेणुकूट से 8 किमी और उस जगह से लगभग 46 किमी दूर है जहां सोन नदी छत्तीसगढ़ में सरगुजा जिले के दक्षिणी हाइलैंड्स के साथ सीमा पर रिहंद नदी में मिलती है। बांध गोविंद बल्लभ पंत सागर झील नामक जलाशय पर सोन नदी की सहायक नदी रिहंद नदी पर बनाया गया है। यहां का तालाब 450 वर्ग मीटर के क्षेत्र को कवर करता है। 1954 में शुरू हुआ, 91.44 मीटर ऊंचे और 934.21 मीटर लंबा ये बांध 1962 में बनकर तैयार हुआ। यहां एक टरबाइन लगी है जो 300 मेगावाट बिजली पैदा करती है। इसका प्रबंधन यूपी हाइड्रोइलेक्ट्रिकिटी कॉर्पोरेशन लिमिटेड करता है। बांध का पानी रिहंद नदी में छोड़ा जाता है ताकि राज्य में कृषि भूमि की सिंचाई पूरे साल की जा सके।
मुखा फॉल्स
मुखा फॉल्स रॉबर्ट्सगंज-घोरावल-मुख दारी रोड पर रॉबर्ट्सगंज के पश्चिम में लगभग 55 किमी और उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में शिवद्वार से 15 किमी दूर है। यह झरना देवी मंदिर और करिया ताल या बेलन नदी पर झील के करीब है। अगर यह कहा जाए कि उस मौसम में घूमने के लिए यह सोनभद्र के सबसे खूबसूरत ठिकानों में से एक है तो गलत नहीं होगा।
राजदारी व देवदारी फॉल्स
राजदारी और देवदारी दोनों झरने चंद्र प्रभा वन्यजीव अभयारण्य में हैं। इन दोनों में से 65 मीटर ऊंचा राजदारी झरना अभयारण्य के कई झरनों में सबसे बड़ा है। यह एक सीढ़ीदार झरना है और हरियाली से घिरा हुआ है। सरकार ने इसके पास में एक पिकनिक स्पॉट भी बनाया है, जो पिकनिक मनाने वालों और पर्यटकों को खूब भाता है। देवदारी झरना, राजदारी झरने के नीचे की ओर लगभग 500 मीटर की दूरी पर है। बारिश, सर्दियों और वसंत के महीनों में यहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है।
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